गैजेट

अब हर गांव में चलेगा रॉकेट-स्पीड इंटरनेट! एलन मस्क की Starlink को भारत में मिली हरी झंडी, जानें कैसे बदलेगी आपकी जिंदगी

अब हर गांव में चलेगा रॉकेट-स्पीड इंटरनेट! एलन मस्क की Starlink को भारत में मिली हरी झंडी, जानें कैसे बदलेगी आपकी जिंदगी

मुख्य बिंदु:

WhatsApp Group Join Now
Facebook Page Follow Now
YouTube Channel Subscribe Now
Telegram Group Follow Now
Instagram Follow Now
Dailyhunt Join Now
Google News Follow Us!
  • एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा Starlink को भारत में काम करने की ऐतिहासिक मंजूरी मिली।

  • IN-SPACe ने 5 वर्षों के लिए दिया लाइसेंस, दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट क्रांति का आगाज।

  • अब बिना केबल और टावर के, सीधे सैटेलाइट से मिलेगी हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी।

  • ग्रामीण भारत, शिक्षा, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन में साबित होगा गेम-चेंजर।

नई दिल्ली: अब हर गांव में चलेगा रॉकेट-स्पीड इंटरनेट! एलन मस्क की Starlink को भारत में मिली हरी झंडी, भारत के डिजिटल भविष्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन! दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की महत्वाकांक्षी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा Starlink की भारत में एंट्री का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है। भारत की अंतरिक्ष नियामक संस्था IN-SPACe (भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र) ने बुधवार, 10 जुलाई 2025 को स्टारलिंक को भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने की आधिकारिक मंजूरी दे दी।

यह मंजूरी सिर्फ एक कंपनी का लाइसेंस नहीं, बल्कि देश के उन करोड़ों लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जो आज भी विश्वसनीय और तेज इंटरनेट से वंचित हैं।अब हर गांव में चलेगा रॉकेट-स्पीड इंटरनेट! एलन मस्क की Starlink को भारत में मिली हरी झंडी

क्या है पूरी खबर?

IN-SPACe ने Starlink को भारत में अपने Gen1 Constellation सैटेलाइट्स के जरिए इंटरनेट सेवा प्रदान करने का लाइसेंस दिया है। यह लाइसेंस 5 वर्षों के लिए वैध होगा। इसका मतलब है कि अब स्टारलिंक कानूनी रूप से भारत में अपना इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित कर यूजर्स को इंटरनेट सेवा दे सकती है। कंपनी का नेटवर्क शुरुआती चरण में 600 Gbps तक की इंटरनेट क्षमता को सपोर्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।अब हर गांव में चलेगा रॉकेट-स्पीड इंटरनेट! एलन मस्क की Starlink को भारत में मिली हरी झंडी

आसान भाषा में समझें – क्या है स्टारलिंक?

स्टारलिंक, एलन मस्क की स्पेस कंपनी SpaceX का एक प्रोजेक्ट है। इसे समझने का सबसे आसान तरीका है – आसमान में छोटे-छोटे सैटेलाइट्स का एक जाल। ये हजारों सैटेलाइट्स पृथ्वी की निचली कक्षा (Low Earth Orbit) में घूमते हैं और धरती पर लगे एक छोटे डिश एंटीना (रिसीवर) के जरिए सीधे आपके घर या ऑफिस में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाते हैं। इसके लिए किसी भी तरह के मोबाइल टावर या फाइबर केबल की जरूरत नहीं होती।अब हर गांव में चलेगा रॉकेट-स्पीड इंटरनेट! एलन मस्क की Starlink को भारत में मिली हरी झंडी

असली फायदा: क्यों है यह भारत के लिए गेम-चेंजर?

स्टारलिंक का सीधा लक्ष्य उन करोड़ों भारतीयों तक पहुंचना है, जहां आज भी इंटरनेट एक सपना है।अब हर गांव में चलेगा रॉकेट-स्पीड इंटरनेट! एलन मस्क की Starlink को भारत में मिली हरी झंडी

  • डिजिटल खाई होगी खत्म: भारत के लाखों गांव और पहाड़ी इलाके, जहां मोबाइल नेटवर्क कमजोर है या फाइबर केबल पहुंचाना असंभव है, वहां स्टारलिंक आसानी से इंटरनेट पहुंचाएगा।

  • शिक्षा और स्वास्थ्य में क्रांति: दूर-दराज के स्कूलों में बच्चे ऑनलाइन पढ़ सकेंगे और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों को टेलीमेडिसिन के जरिए शहरों के बड़े अस्पतालों से जोड़ा जा सकेगा।

  • आपदा में बनेगा जीवनरक्षक: बाढ़, भूकंप या चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय जब मोबाइल टावर और केबल लाइनें ठप हो जाती हैं, तब भी स्टारलिंक का इंटरनेट बिना रुकावट के काम करता रहेगा, जिससे बचाव कार्यों में बड़ी मदद मिलेगी।

किसे और कैसे मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ?

  • ग्रामीण परिवार: बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई, सरकारी योजनाओं तक पहुंच और मनोरंजन के नए रास्ते खुलेंगे।

  • छोटे व्यापारी (MSMEs): दूरदराज के इलाकों में बैठे व्यापारी भी अपने बिजनेस को ऑनलाइन ले जा सकेंगे।

  • किसान: मौसम की सटीक जानकारी, नई कृषि तकनीकों और ऑनलाइन बाजार तक पहुंच आसान होगी।

  • वर्क फ्रॉम होम: अब देश के किसी भी कोने में बैठकर हाई-स्पीड इंटरनेट के साथ काम करना संभव होगा।

सुरक्षा और नियम: सरकार की रहेगी पैनी नजर

IN-SPACe ने स्पष्ट किया है कि स्टारलिंक की सभी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। कंपनी को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा गोपनीयता से जुड़े सभी नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।अब हर गांव में चलेगा रॉकेट-स्पीड इंटरनेट! एलन मस्क की Starlink को भारत में मिली हरी झंडी

स्टारलिंक का भारत में सफर: उतार-चढ़ाव की कहानी

  • 2021: स्टारलिंक ने बिना लाइसेंस के भारत में प्री-बुकिंग शुरू की, जिसे बाद में सरकार ने रोक दिया।

  • 2022: रेगुलेटरी मंजूरी न मिलने के कारण कंपनी को अपना ऑपरेशन रोकना पड़ा और पैसे वापस करने पड़े।

  • 2025: सभी नियमों को पूरा करने के बाद, अब आधिकारिक तौर पर लॉन्चिंग का रास्ता साफ हो गया है।

एलन मस्क की यह सेवा अब भारत के लिए सिर्फ एक विदेशी निवेश नहीं, बल्कि ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन को पंख लगाने और देश के हर नागरिक को डिजिटल दुनिया से जोड़ने का एक शक्तिशाली माध्यम है।

DRDO ने सफलतापूर्वक लॉन्च की लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल, 1500 किमी तक मारक क्षमता

Related Articles

WP Radio
WP Radio
OFFLINE LIVE
सैकड़ो वर्षो से पहाड़ की चोटी पर दिका मंदिर,51 शक्ति पीठो में है एक,जानिए डिटेल्स शार्ट सर्किट की वजह से फर्नीचर कंपनी के गोदाम में लगी आग महेश नवमी का माहेश्वरी समाज से क्या है संबंध? भारत ऑस्ट्रेलिया को हराकर टी20 वर्ल्ड कप से कर सकता है बाहर बिना कुछ पहने सड़को पर निकल गई उर्फी जावेद , देखकर बोले फैंस ये क्या छत्तीसगढ़ पुलिस कांस्टेबल शारीरिक दक्षता परीक्षा की तारीख घोषित, जानें पूरी डिटेल एक जुलाई से बदलने वाला है IPC, जाने क्या होने जा रहे है बदलाव WhatsApp या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से नहीं दिया जा सकता धारा 41ए CrPC/धारा 35 BNSS नोटिस The 12 Best Superfoods for Older Adults Mother died with newborn case : महिला डॉक्टर समेत 2 नर्सों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज