पर्यावरण की सुरक्षा में अहम कदम
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छत्तीसगढ़ का पहला प्लास्टिक मुक्त पर्यटन स्थल: रायपुर जंगल सफारी
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पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कड़े नियम: प्लास्टिक पर सख्त प्रतिबंध
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हर सोमवार बंद रहेगी रायपुर की जंगल सफारी
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टिकट शुल्क और कैमरा चार्ज: पर्यटकों के लिए जरूरी जानकारी
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रायपुर की जंगल सफारी: कैसे पहुंचे और क्या हैं खास बातें?
छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित जंगल सफारी को राज्य का पहला **प्लास्टिक मुक्त पर्यटन स्थल** घोषित किया गया है। यह कदम पर्यावरण सुरक्षा और वन्यजीवों के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। वन मंत्री केदार कश्यप ने इस पहल की जानकारी दी और बताया कि 18 अगस्त से जंगल सफारी में किसी भी प्रकार का प्लास्टिक उत्पाद ले जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
पर्यटकों के बैग की होगी चेकिंग
नए नियमों के तहत, अब जंगल सफारी में प्रवेश करने से पहले पर्यटकों के बैग की सख्त चेकिंग की जाएगी। प्लास्टिक की बोतलें और अन्य उत्पादों को सफारी के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही, सफारी के भीतर प्लास्टिक उत्पादों की बिक्री पर भी पूरी तरह रोक लगा दी गई है। यह कदम पर्यटकों को प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने और पर्यावरण को संरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।
हर सोमवार को बंद रहेगी जंगल सफारी
रायपुर की जंगल सफारी में हर दिन औसतन 500 से अधिक पर्यटक आते हैं। सप्ताहांत और त्योहारों पर यह संख्या एक हजार से भी अधिक हो जाती है। पर्यटकों की सुविधा और रखरखाव के लिए सफारी प्रबंधन ने फैसला किया है कि अब हर सोमवार को जंगल सफारी बंद रहेगी, जबकि बाकी सभी दिनों में यह सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक खुली रहेगी।
पर्यटकों के लिए टिकट और एंट्री शुल्क
जंगल सफारी के लिए प्रवेश शुल्क भी निर्धारित किया गया है। नॉन एसी बस के लिए 100 रुपए और एसी बस के लिए 150 रुपए का किराया तय किया गया है। 12 साल तक के बच्चों के लिए एंट्री फ्री रखी गई है, जबकि 12 से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए 25 रुपए का टिकट शुल्क होगा। इसके अलावा, सफारी के दौरान कैमरे का उपयोग करने पर भी अलग से शुल्क लिया जाएगा, जिसमें स्टिल और डिजिटल कैमरा के लिए 100 रुपए और वीडियो कैमरा के लिए 500 रुपए चार्ज तय किया गया है।
कैसे पहुंचे रायपुर की जंगल सफारी?
रायपुर की जंगल सफारी नवा रायपुर के सेक्टर-39 में स्थित है। यह रायपुर रेलवे स्टेशन से 35 किमी और स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से मात्र 15 किमी की दूरी पर है। जंगल सफारी पूरी तरह से मैन मेड जंगल है, जिसे सेंट्रल इंडिया ने तैयार किया है।