जज्बे को सलाम: 1800 KM साइकिल चलाकर हरिद्वार से गंगाजल लाया जवान, दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

जज्बे को सलाम: 1800 KM साइकिल चलाकर हरिद्वार से गंगाजल लाया जवान, दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
बालोद: 1800 KM साइकिल चलाकर हरिद्वार से गंगाजल लाया जवान, आस्था और दृढ़ संकल्प की एक अनूठी मिसाल पेश करते हुए, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की 14वीं बटालियन के एक आरक्षक ने 1800 किलोमीटर की लंबी दूरी साइकिल से तय की है। आरक्षक रविन्द्र जाट ने यह कठिन यात्रा हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लाने और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए पूरी की।
साइकिल पर आस्था का सफर
सिर पर भगवा गमछा और पीठ पर एक छोटा सा बैग लिए, आरक्षक रविन्द्र जाट 29 जून को अपनी साइकिल यात्रा पर निकले थे। उनका लक्ष्य था उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंचकर वहां से गंगाजल लाना। दिल्ली के रास्ते होते हुए वे हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचे, जहां उन्होंने पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और गंगाजल लेकर वापसी की यात्रा शुरू की।1800 KM साइकिल चलाकर हरिद्वार से गंगाजल लाया जवान,
1800 किलोमीटर की अविश्वसनीय यात्रा
रविन्द्र जाट ने अपनी वापसी की यात्रा में भी कई महत्वपूर्ण पड़ावों पर रुककर पूजा-अर्चना की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर और भूतेश्वर नाथ मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद वे ओडिशा के रास्ते होते हुए बालोद जिले के धनोरा स्थित अपनी बटालियन पहुंचे। इस पूरी यात्रा में उन्होंने लगभग 1800 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया।1800 KM साइकिल चलाकर हरिद्वार से गंगाजल लाया जवान,
शिवलिंग का किया जलाभिषेक, दिया प्रकृति का संदेश
बटालियन परिसर में वापस लौटने पर रविन्द्र जाट ने हरिद्वार से लाए गए पवित्र गंगाजल से परिसर में स्थित शिवलिंग का जलाभिषेक किया। अपनी इस यात्रा के माध्यम से उन्होंने न केवल अपनी अटूट आस्था का परिचय दिया, बल्कि रास्ते भर लोगों को पौधारोपण करने और पर्यावरण को बचाने के लिए जागरूक भी किया। उनका यह असाधारण प्रयास सहकर्मियों और स्थानीय लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।1800 KM साइकिल चलाकर हरिद्वार से गंगाजल लाया जवान,









