लोगों ने पटाखे फोड़कर मनाया जश्न
छत्तीसगढ़, बेमेतरा: साजा एसडीएम टेकराम माहेश्वरी को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उनके साथ एक होम गार्ड सिपाही को भी पकड़ा गया, जो रिश्वत देने वाले और एसडीएम के बीच बिचौलिए की भूमिका निभा रहा था। दुर्ग संभाग में रिश्वतखोरी: एसडीएम 10 हजार रुपये लेते पकड़े गए
ACB की कार्रवाई में रिश्वतखोर अधिकारी गिरफ्तार
गुरुवार रात एसीबी रायपुर की टीम ने कार्रवाई करते हुए एसडीएम टेकराम माहेश्वरी और होम गार्ड को रिश्वत लेते पकड़ा। शुक्रवार को दोनों आरोपियों को बेमेतरा जिला अदालत में पेश किया जाएगा।
रिश्वतखोर एसडीएम की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय लोगों ने पटाखे जलाकर खुशी मनाई। लोगों का कहना है कि एसडीएम का रिश्वत लेना आम बात हो गई थी, जिससे सभी परेशान थे। दुर्ग संभाग में रिश्वतखोरी: एसडीएम 10 हजार रुपये लेते पकड़े गए
विवादों से रहा है पुराना नाता
एसडीएम टेकराम माहेश्वरी पहले भी विवादों में रहे हैं। अक्टूबर में साजा शासकीय कॉलेज के छात्र व्यवस्थाओं की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे।
इस दौरान माहेश्वरी छात्रों से बातचीत करने पहुंचे, लेकिन बातचीत के दौरान उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। उनकी यह हरकत कैमरे में कैद हो गई, और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
इसके अलावा, इसी माह काम में लापरवाही के चलते बेमेतरा कलेक्टर ने उन्हें शो-कॉज नोटिस जारी किया था। दुर्ग संभाग में रिश्वतखोरी: एसडीएम 10 हजार रुपये लेते पकड़े गए
हाल ही में मिली थी साजा एसडीएम की जिम्मेदारी
टेकराम माहेश्वरी छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा (RAS) के प्रमोटेड अधिकारी हैं। करीब तीन महीने पहले उन्हें बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा ने साजा एसडीएम की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन उनकी कार्यशैली और रिश्वतखोरी ने जनता में आक्रोश बढ़ा दिया। दुर्ग संभाग में रिश्वतखोरी: एसडीएम 10 हजार रुपये लेते पकड़े गए
स्थानीय लोगों की मांग: सख्त कार्रवाई हो
रिश्वतखोरी और अधिकारियों की मनमानी से परेशान लोगों ने एसीबी की इस कार्रवाई का स्वागत किया और प्रशासन से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। दुर्ग संभाग में रिश्वतखोरी: एसडीएम 10 हजार रुपये लेते पकड़े गए