कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। सोमवार से तीन दोस्त लापता हैं, जिनके कपड़े, चप्पल-जूते, मोबाइल और बाइक हसदेव नदी किनारे मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि तीनों दोस्त नहाने के दौरान नदी में डूब गए या बह गए। फिलहाल पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन जारी है। कोरबा में तीन दोस्त लापता: हसदेव नदी में नहाने गए, फिर नहीं लौटे, किनारे मिले कपड़े और मोबाइल
तीनों दोस्तों की पहचान
लापता युवकों के नाम इस प्रकार हैं:
आशुतोष सोनिकर (18) – आईटीआई कॉलेज का छात्र
बजरंग प्रसाद (19) – पीजी कॉलेज का छात्र
सागर चौधरी (26) – पीजी कॉलेज का छात्र
आशुतोष और बजरंग के पिता सीएसईबी कर्मचारी हैं और ये दोनों सीएसईबी कॉलोनी में रहते हैं।
सागर चौधरी आईटीआई कॉलोनी का निवासी है और उसके पिता निजी कंपनी में काम करते हैं।
सोमवार को तीनों दोस्त एक साथ घूमने निकले, लेकिन इसके बाद घर नहीं लौटे। कोरबा में तीन दोस्त लापता: हसदेव नदी में नहाने गए, फिर नहीं लौटे, किनारे मिले कपड़े और मोबाइल
कैसे चला दोस्तों के लापता होने का पता?
परिजनों ने रातभर तलाश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो उन्होंने मंगलवार को दर्री थाने में शिकायत दर्ज कराई।
मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने पर पुलिस हसदेव नदी किनारे पहुंची, जहां कपड़े, जूते और बाइक बरामद हुई।
परिजनों ने मौके पर मिले कपड़ों और सामान की पहचान कर ली, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि तीनों दोस्त नदी में ही उतरे थे। कोरबा में तीन दोस्त लापता: हसदेव नदी में नहाने गए, फिर नहीं लौटे, किनारे मिले कपड़े और मोबाइल
नदी में तेज बहाव और जलकुंभी बनी चुनौती
पुलिस का मानना है कि जहां तीनों नहाने उतरे थे, वहां पानी की गहराई 15-20 फीट है।
नदी में भारी मात्रा में जलकुंभी मौजूद है, जिससे खोजबीन में मुश्किलें आ रही हैं।
मंगलवार रात अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू रोकना पड़ा, लेकिन बुधवार सुबह से फिर तलाश शुरू कर दी गई कोरबा में तीन दोस्त लापता: हसदेव नदी में नहाने गए, फिर नहीं लौटे, किनारे मिले कपड़े और मोबाइल
बचाव कार्य जारी, परिजनों की उम्मीदें बरकरार
पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की टीम लगातार लापता युवकों की तलाश में जुटी है।
परिजन बेसब्री से अपने बच्चों की सलामती की दुआ कर रहे हैं। कोरबा में तीन दोस्त लापता: हसदेव नदी में नहाने गए, फिर नहीं लौटे, किनारे मिले कपड़े और मोबाइल