सुशासन तिहार में उठीं दो बड़ी मांगें: शिक्षक भर्ती की मंजूरी और शादी के लिए लड़की दिलाने की अजीब गुहार!

सुशासन तिहार में उठीं दो बड़ी मांगें: शिक्षक भर्ती की मंजूरी और शादी के लिए लड़की दिलाने की अजीब गुहार!
रायपुर, अप्रैल 2025 — छत्तीसगढ़ में चल रहा सुशासन तिहार 2025 न सिर्फ जनसमस्याओं के समाधान का जरिया बन रहा है, बल्कि अब यह अनोखी और भावनात्मक मांगों का मंच भी बन चुका है। कोई शिक्षक भर्ती की राह देख रहा है, तो कोई अपनी अकेली जिंदगी से परेशान होकर सरकार से शादी कराने की उम्मीद लगाए बैठा है। शिक्षक भर्ती की मंजूरी और शादी के लिए लड़की दिलाने की अजीब गुहार
? शिक्षकों का दर्द: ‘वित्त मंत्री को हटाइए, भर्ती कराइए!’
ग्राम छिबर्रा निवासी शत्रुघ्न सिन्हा ने मुख्यमंत्री को आवेदन देकर एक गंभीर मांग की — राज्य में 33,000 शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए। शिक्षक भर्ती की मंजूरी और शादी के लिए लड़की दिलाने की अजीब गुहार
? आवेदन में क्या लिखा है?
- विधानसभा में 57,000 शिक्षकों की कमी स्वीकार की गई है।
- सरकार ने लोकसभा चुनाव में 33,000 पदों पर भर्ती का वादा किया था।
- लेकिन वित्त मंत्रालय की मंजूरी न मिलने से यह प्रक्रिया अब तक रुकी है।
- शिक्षित युवा रोजगार के लिए भटकने को मजबूर हैं।
इसलिए शिक्षकों ने आवेदन में लिखा कि यदि वित्त मंत्री ओपी चौधरी इस प्रक्रिया को मंजूरी नहीं देते, तो उन्हें पद से हटाया जाए।
? वादा बनाम हकीकत: सरकार की घोषणा अब भी अधूरी
छत्तीसगढ़ के हजारों युवा शिक्षक लंबे समय से भर्ती परीक्षा और नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कई बार आंदोलन और प्रदर्शन भी किए, लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया।
अब शिक्षक सुशासन तिहार के जरिए अपनी बात सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचा रहे हैं। शिक्षक भर्ती की मंजूरी और शादी के लिए लड़की दिलाने की अजीब गुहार
? ‘शादी नहीं हो रही… सरकार लड़की दिलवा दे!‘
एक अन्य आवेदन ने सबको चौंका दिया। एक युवक ने लिखा कि वह लंबे समय से अविवाहित है और अब अकेलेपन से परेशान है। इसलिए उसने सरकार से शादी के लिए लड़की की व्यवस्था करने की मांग की है। शिक्षक भर्ती की मंजूरी और शादी के लिए लड़की दिलाने की अजीब गुहार
यह अर्जी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है। शिक्षक भर्ती की मंजूरी और शादी के लिए लड़की दिलाने की अजीब गुहार
? सुशासन तिहार: जनता की जुबान, सरकार से उम्मीद
सुशासन तिहार का उद्देश्य है —
? जनता की समस्याओं को सुनना
? ज़मीनी स्तर पर समाधान लाना
? पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना
लेकिन इस पहल के जरिए जनता सिर्फ समस्याएं ही नहीं, मन की बात भी कह रही है — चाहे वह रोजगार हो या रिश्ते। शिक्षक भर्ती की मंजूरी और शादी के लिए लड़की दिलाने की अजीब गुहार









