बालोद:- छत्तीसगढ़ के शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त महाविद्यालय बालोद में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका विषय “Impact of Science in Our Daily Life Observation” था। प्रथम दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में चंद्रकांत कौशिक अपर कलेक्टर तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. राजमणि पटेल उप कूलसचिव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, उपस्थित थे ।कार्यशाला के संयोजक एवं सहसंयोजक डॉ. एच. एल. मानकर तथा डॉ.आर.डी.साहू थे।कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, तत्पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.जे.के. खलखो के द्वारा कार्यशाला की रूपरेखा एवं विज्ञान के महत्व पर विचार प्रस्तुत किया। एवं महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एच.एल. मानकर के द्वारा वैज्ञानिक शोध एवं रिसर्च पेपर के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किया, तत्पश्चात मुख्य अतिथि चंद्रकांत कौशिक के द्वारा कार्यशाला को संबोधित करते हुए छात्रों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की सलाह दी ।
प्रथम दिवस में वक्ता के कांत साहू senior instructor training institute airforce station, Hindon(UP) के द्वारा airodynamics विषय पर व्याख्यान दिया जिसमें छात्रों को हवाई जहाज एवं लड़ाकू विमान जेट इंजन के बनावट व कार्य प्रणाली को रोचक पूर्ण तरीके से समझाया गया। इस व्याख्यान से छात्र-छात्राओं को विमान तकनीकी से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त हुआ तथा प्रथम दिवस के द्वितीय वक्ता डॉ. कुशमांजलि देशमुख सहायक प्राध्यापक शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग ने जनरल मेकैनिज्म पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। व्याख्यान के अंतर्गत इन्होंने डॉ. सी. वी. रमन के इतिहास एवं भौतिक संबंधी अनुप्रयोग की जानकारी दी तथा भौतिक की प्रयोग को विभिन्न वेबसाइट से कैसे किया जा सकता है, उससे अवगत कराया। प्रथम दिवस के तृतीय वक्ता डॉ. अमित सिंह सहायक प्राध्यापक भक्त माता कर्मा महाविद्यालय बालोद ने जैव ईंधन एवं नवीनीकरण ऊर्जा विषय पर व्याख्यान दिया, जिसमें विभिन्न शैवालों की सहायता से प्रदूषित जल को स्वच्छ जल में कैसे परिवर्तित किया जा सकता है तथा शैवालों से जैव ईंधन प्राप्त करने की तकनीक को बताया। व्याख्यान के पश्चात विद्यार्थियों के मध्य विज्ञान के नकारात्मक व सकारात्मक पक्षों को लेकर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रथम दिवस के कार्यशाला का समापन एवं आभार प्रदर्शन प्रोफेसर शैलेंद्र आर्य के द्वारा किया गया।
राष्ट्रीय कार्यशाला के द्वितीय दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में भूपेंद्र कुलदीप कुलसचिव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग उपस्थित थे, इन्होंने विज्ञान से जुड़े भौतिक वस्तुओं के मापन से संबंधित जानकारी साझा की, साथ ही साथ इन्होंने इस राष्ट्रीय कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए महाविद्यालय परिवार को शुभकामनाएं दी। विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्रोफेसर सी.डी.मानिकपुरी उपस्थित थे। इन्होंने द्वितीय दिवस के कार्यक्रम की रूपरेखा दी द्वितीय दिवस के प्रथम वक्ता डॉ विकास दुबे associate professor, North Eastern Hill University shillong, meghalaya थे, इनका व्याख्यान biomedical क्षेत्र के ल्यूमिनिसेंस विषय पर आधारित था।जिसमें उन्होंने ल्यूमिनिसेंस के विभिन्न प्रकार एवं दैनिक जीवन में उपयोग के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी। द्वितीय दिवस के द्वितीय वक्ता गुलामे मुस्तफा अंसारी सहायक अध्यापक शासकीय महाविद्यालय सोमनी थे इनका व्याख्यान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं आईओटी पर आधारित था। इन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित विस्तृत जानकारी दी, साथी मानव जीवन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सकारात्मक पक्ष एवं चुनौतियां पर जानकारी साझा की। द्वितीय दिवस के तृतीय वक्ता डॉ.आलोके वर्मा विभाग अध्यक्ष भौतिक शास्त्र विभाग कलिंगा यूनिवर्सिटी थे, इन्होंने ग्रीन टेक्नोलॉजी के बारे में अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। द्वितीय दिवस में विषय impact of science in our daily life observation पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण के साथ किया गया तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरष्कृत किया गया। इस कार्यशाला में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक जितेश कुमार साहू, रितु पिसदा, IQAC प्रभारी प्रोफेसर जी. एन. खरे उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अतिथि व्याख्याताओं डॉ नीरज वर्मा, डॉ नेहा साहू, काजल राजपूत, पूर्णिमा पाठरे, डॉ अर्पिता चतुर्वेदी, अंकिता पटेल, डॉ रवि शंकर सिंह, आकांक्षा ध्रुव, मोनिका भारद्वाज, दीप्ति साहू, नमन साहू, सुजाता साहू, श्री पुनमचंद गुप्ता, डॉ. जे. के. पटेल श्री मनीष टोप्पो का विशेष योगदान रहा। इस कार्यशाला में विभिन्न महाविद्यालय से रिसर्च स्कॉलर एवं प्राध्यापक ऑनलाइन जुड़े रहें महाविद्यालय के 160 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।