📈 भारत में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मामले: क्यों महिलाएं नहीं करा रहीं स्तन कैंसर की जांच? जानिए कारण और समाधान
👩⚕️ स्तन कैंसर बनता जा रहा महिलाओं के लिए सबसे बड़ा खतरा
भारत में हर साल कैंसर के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। महिलाओं में सबसे ज्यादा स्तन कैंसर (Breast Cancer) के मामले सामने आ रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, हर 28 में से 1 महिला को अपने जीवन में स्तन कैंसर हो सकता है। फिर भी महिलाओं में जांच को लेकर जागरूकता की भारी कमी देखी जा रही है।भारत में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मामले
📊 चौंकाने वाले आंकड़े: 2022 में 14 लाख नए कैंसर केस, 9 लाख मौतें
- साल 2022 में भारत में 14.1 लाख से अधिक नए कैंसर मरीज दर्ज किए गए।
- इनमें से 9 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई।
- महिलाओं में 13.5% कैंसर के मामले केवल ब्रेस्ट कैंसर के थे।
- स्तन कैंसर से 10.6% मौतें हुईं।
🤐 महिलाएं क्यों नहीं करा रहीं ब्रेस्ट कैंसर की जांच?
शोधकर्ताओं ने बताया कि देश में केवल 1% महिलाएं ही स्तन कैंसर की नियमित जांच करवाती हैं। इसकी बड़ी वजहें:
- शर्म और झिझक
- जानकारी की कमी
- स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच न होना
- सामाजिक व पारिवारिक दबाव
🧪 मैमोग्राफी दर बेहद कम – आंकड़े राज्यवार
- केरल: 4.5% महिलाएं ही मैमोग्राफी कराती हैं
- कर्नाटक: 2.9%
- उत्तराखंड: 0.27%
- आंध्र प्रदेश: 0.1%
- नागालैंड: 0% (कोई जांच नहीं)
मैमोग्राफी एक जरूरी जांच है जो स्तन कैंसर को प्रारंभिक अवस्था में पकड़ सकती है, जिससे समय पर इलाज संभव होता है।भारत में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मामले
🚨 स्तन कैंसर के लक्षण जो नजरअंदाज नहीं करने चाहिए
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, 20 साल की उम्र के बाद हर महिला को नियमित रूप से अपने स्तनों की खुद जांच करनी चाहिए।
यदि ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
- स्तन के आकार या रंग में बदलाव
- गांठ का बनना या कड़ापन महसूस होना
- निप्पल से कोई डिस्चार्ज
- स्तनों में लगातार दर्द
🧬 ब्रेस्ट कैंसर बढ़ने के पीछे ये कारण हो सकते हैं:
- अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान
- शारीरिक गतिविधियों की कमी
- देर से शादी या मातृत्व
- परिवार में कैंसर का इतिहास
- मासिक धर्म की असामान्यताएं
📣 समाधान और सुझाव: शर्म नहीं, जागरूकता जरूरी है

- हर महिला को स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए
- सरकारी व सामाजिक संस्थाओं को जागरूकता अभियान चलाने चाहिए
- महिलाओं को आत्म-निरीक्षण और जांच के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए
- मैमोग्राफी कैंप गांव-शहरों में लगने चाहिए
- मेडिकल स्टाफ को संवेदनशील और महिला-फ्रेंडली व्यवहार अपनाना चाहिए
स्तन कैंसर से बचाव जानकारी और जागरूकता से ही संभव है
भारत में कैंसर की बढ़ती लहर को रोकने के लिए सामाजिक शर्म को तोड़ना और समय पर जांच करवाना बेहद जरूरी है। यह न सिर्फ जान बचा सकता है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक सशक्त उदाहरण भी बन सकता है।भारत में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मामले