भरतपुर में 80 फीट चौड़ी सड़क का विवाद: मकान-दुकानों पर बुलडोजर का साया, निगम पर मनमानी का आरोप

भरतपुर में 80 फीट चौड़ी सड़क का विवाद: मकान-दुकानों पर बुलडोजर का साया, निगम पर मनमानी का आरोप
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राजस्थान के भरतपुर में सिटी फीडर कैनाल ड्रेन (सीएफसीडी) रोड की चौड़ाई को लेकर एक बार फिर विवाद गहरा गया है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नगर निगम प्रशासन सड़क निर्माण में निर्धारित अलाइनमेंट का पालन नहीं कर रहा है, जिससे उनके दशकों पुराने आशियानों और दुकानों पर बुलडोजर चलने का खतरा मंडरा रहा है।भरतपुर में 80 फीट चौड़ी सड़क का विवाद
क्या है पूरा मामला और विवाद का कारण?
दरअसल, स्वायत्त शासन विभाग की 13 जनवरी 2023 को हुई एक बैठक में सीएफसीडी रोड के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे। इसके बाद, 3 फरवरी 2023 को तत्कालीन निदेशक एवं विशिष्ट सचिव हृदेश कुमार शर्मा ने इन निर्णयों की जानकारी देते हुए स्पष्ट किया था कि सीएफसीडी के मार्गधिकार (अलाइनमेंट) के मध्य से दोनों ओर 40-40 फीट सड़क छोड़ी जाएगी, जिससे सड़क की कुल चौड़ाई 80 फीट होगी। इस आदेश में स्पष्ट रूप से “मध्य से” चौड़ाई लेने का उल्लेख किया गया था।भरतपुर में 80 फीट चौड़ी सड़क का विवाद
लेकिन, अब स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम प्रशासन इस “मध्य” बिंदु को नजरअंदाज कर रहा है और सड़क की चौड़ाई कई स्थानों पर अनियमित तरीके से इधर-उधर की जा रही है। इससे कई लोगों के वैध रूप से बने मकान और दुकानें सड़क के दायरे में आ रही हैं, जिन पर अब तोड़े जाने का संकट है।भरतपुर में 80 फीट चौड़ी सड़क का विवाद
निवासियों का आरोप: मनमानी और आदेशों की अवहेलना
न्यू आदर्श कॉलोनी सहित अन्य प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों ने मुख्यमंत्री के नाम भेजी गई शिकायत में नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाए हैं:
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झूठे आश्वासन: लोगों का कहना है कि नगर निगम बार-बार झूठे आश्वासन देकर निर्माण कार्य को गलत तरीके से करने पर तुला हुआ है।
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दबाव में काम: आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोगों के दबाव में आकर सरकारी आदेशों की पालना नहीं की जा रही और उनकी खरीदी हुई जमीन पर बने मकानों को तोड़ने की योजना बनाई जा रही है।
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मार्गधिकार में हेरफेर: शिकायत में कहा गया है कि सीएफसीडी का मुख्य मार्गधिकार सही ढंग से तय नहीं किया गया है और सड़क को जानबूझकर मकानों की ओर अधिक घुमाव देकर बनाया जा रहा है। इसके चलते, मौके पर कच्चे परकोटे और बने मकानों के बीच 80 फीट की पर्याप्त जगह होने के बावजूद वैध निर्माण तोड़े जा सकते हैं।
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न्यायालय को गुमराह करने का आरोप: निवासियों का यह भी आरोप है कि नगर निगम और राज्य सरकार द्वारा उच्च न्यायालय में प्रस्तुत की गई अनुपालना रिपोर्ट में संलग्न नक्शे के विपरीत जाकर निर्माण किया जा रहा है, जो न्यायालय को गुमराह करने जैसा है।
प्रभावित लोगों, जिनमें रूबी, आराना, राम सिंह, संतोष देवी, अली मोहम्मद, पप्पूराम, ललिता देवी आदि शामिल हैं, ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि सीएफसीडी का निर्माण न्यायोचित तरीके से किया जाए, ताकि किसी भी व्यक्ति को अनावश्यक क्षति न पहुंचे और राज्य सरकार एवं उच्च न्यायालय के आदेशों की सही पालना सुनिश्चित हो सके।भरतपुर में 80 फीट चौड़ी सड़क का विवाद
नगर निगम का पक्ष
इस पूरे मामले पर भरतपुर नगर निगम के सचिव, श्री विजय प्रताप सिंह का कहना है, “सीएफसीडी का निर्माण कार्य डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) में चिह्नित प्वाइंट के अनुसार ही किया जा रहा है। दोनों ओर से 40-40 फीट ही जगह ली जा रही है। कुल 80 फीट जगह ली जा रही है, जो दोनों ओर से चालीस-चालीस फीट ही है।”भरतपुर में 80 फीट चौड़ी सड़क का विवाद
आगे क्या?
यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। एक ओर जहां नगर निगम अपने नियमों और डीपीआर के अनुसार कार्य करने का दावा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय निवासी अपने घरों और दुकानों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। देखना होगा कि प्रशासन और निवासियों के बीच यह गतिरोध कैसे समाप्त होता है और क्या लोगों के आशियानों को बचाया जा सकेगा।भरतपुर में 80 फीट चौड़ी सड़क का विवाद









