छत्तीसगढ़ में शराब बंदी की मांग तेज, महिला संघ का जोरदार प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ी महिला संघ ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
दुर्ग। छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ी महिला संघ ने जोहार चौक, रिसाली में एक दिवसीय धरना दिया। रविवार को आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में महिलाओं ने साय सरकार की शराब नीति पर नाराजगी जताई और शराबबंदी की मांग को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। छत्तीसगढ़ में शराब बंदी की मांग तेज, महिला संघ का जोरदार प्रदर्शन
प्रदेश में खुलेंगी 67 नई शराब दुकानें, दुर्ग में बढ़कर होंगी 34
महिला संघ की जिला अध्यक्ष प्रेमलता देशमुख ने बताया कि साय सरकार प्रदेशभर में 67 नई शराब दुकानें खोलने की तैयारी कर रही है। दुर्ग जिले में पहले से संचालित 16 शराब दुकानों की संख्या बढ़कर 34 हो जाएगी। इस फैसले को लेकर प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो रहा है।
शराबखोरी से बढ़ रहे अपराध और सामाजिक बुराइयां
महिला संघ की कुसुमलता वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ पहले से ही देश में शराब खपत के मामले में सबसे ऊपर है। शराब के कारण घरेलू हिंसा, महिला उत्पीड़न, सड़क दुर्घटनाएं, बलात्कार, चोरी, मानसिक अवसाद और हत्या जैसे अपराध बढ़ रहे हैं।
जनता को शराब, सरकार को राजस्व – ये कैसा चरित्र?
महिला संघ की सदस्य सुजाता देवी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शराब से 12,000 करोड़ रुपये का राजस्व वसूल कर सरकार आम जनता को तबाह कर रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ शराबबंदी का वादा और दूसरी तरफ नई दुकानें खोलना जनता के साथ विश्वासघात है।
शराबबंदी नहीं तो आंदोलन होगा तेज – महिला संघ
महिला संघ की चंद्रकला तारम ने कहा कि एक तरफ सरकार नशामुक्ति अभियान चला रही है, दूसरी ओर शराब की नई दुकानें खोल रही है। उन्होंने इसे ढोंग करार दिया और कहा कि यदि शराबबंदी लागू नहीं हुई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन
इस विरोध प्रदर्शन में आदिवासी नेता और पार्षद चंद्रभान ठाकुर, सुबोध देव, पूर्व पार्षद राजेंद्र रजक, समाजसेवी नोहर सिंह गजेन्द्र, वेदराम यादव, भावना नितेश, गिरजा साहू, सुनीति निर्मलकर समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।









