CG News: एक घंटे की बारिश ने खोली रेलवे निर्माण कार्यों की पोल, स्टेशन रोड डूबा, 200 घरों में घुसा पानी!

- छत्तीसगढ़ में बारिश का तांडव: एक घंटे की मूसलाधार बारिश से राजिम स्टेशन रोड जलमग्न, 200 घरों में घुसा पानी
- राजिम में रेलवे निर्माण कार्यों पर उठे सवाल: एक घंटे की बारिश से खुली पोल
CG News: एक घंटे की बारिश ने खोली रेलवे निर्माण कार्यों की पोल, स्टेशन रोड डूबा, 200 घरों में घुसा पानी! एक तरफ जहां नवापारा-राजिम रेल लाइन के उद्घाटन को लेकर नागरिकों में उत्साह का माहौल है, वहीं मंगलवार की तेज बारिश ने रेलवे के निर्माण कार्यों और बुनियादी सुविधाओं की धरातलीय हकीकत को उजागर कर दिया है। महज एक घंटे की मूसलाधार बारिश से रेलवे स्टेशन पहुंच मार्ग पर घुटनों तक पानी भर गया। इससे भी बदतर स्थिति यह रही कि आसपास के लगभग 200 घरों में नालियों का गंदा पानी घुस गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
स्टेशन के पीछे से बस स्टैंड तक जलभराव, नागरिक अपने ही घरों में हुए कैद
बारिश का कहर केवल स्टेशन रोड तक सीमित नहीं रहा। स्टेशन के पीछे का क्षेत्र, गोबरा से लेकर बस स्टैंड, गाड़ापारा, आयुष्मान हॉस्पिटल और हवेली मंदिर तक हर जगह जलभराव की स्थिति बन गई। घरों और गलियों में पानी भर जाने के कारण लोग अपने ही मकानों में कैद होकर रह गए। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि गलियों, मुख्य सड़कों और मकानों के आंगन तक पानी ही पानी दिखाई दे रहा है, जिससे नागरिकों की परेशानी कई गुना बढ़ गई है।: एक घंटे की बारिश ने खोली रेलवे निर्माण कार्यों की पोल, स्टेशन रोड डूबा
रेलवे और नगर पालिका पर लापरवाही का आरोप, अधूरे काम ने बढ़ाई मुश्किल
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि न तो रेलवे विभाग और न ही नगर पालिका ने इस गंभीर समस्या के स्थायी समाधान के लिए कोई ठोस पहल की है। लोगों का आरोप है कि नाली की गहराई कम होने और समय-समय पर सफाई न होने के कारण हर बार बारिश में पानी घरों तक पहुंच जाता है। नागरिकों ने रेलवे इंजीनियर और ठेकेदार के बीच कथित “लेन-देन” का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी वजह से सड़क और नाली का काम अधूरा छोड़ दिया गया है। “छोटू सा मिल” तक सड़क बनी है, लेकिन बस स्टैंड तक सड़क और नाली का कोई अता-पता नहीं है।: एक घंटे की बारिश ने खोली रेलवे निर्माण कार्यों की पोल, स्टेशन रोड डूबा
“बारिश में घर छोड़ने की नौबत”, अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल
एक स्थानीय निवासी ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि “रेलवे स्टेशन तो बन गया, लेकिन मूलभूत सुविधाएं ध्वस्त हैं। बारिश में हमें घर छोड़ने की नौबत आ जाती है।” उन्होंने सुझाव दिया कि अगर बस स्टैंड से नदी तक सीधी नाली बनाई जाती, तो यह समस्या कभी खड़ी नहीं होती। ठेकेदार का कहना है कि वे बस अड्डे से प्लेटफार्म तक सड़क और नाली बनाने को तैयार हैं, लेकिन रेलवे इंजीनियर द्वारा सीमा तय नहीं की जा रही है। वहीं, संपर्क करने पर रेलवे इंजीनियर केके सिंह ने फोन नहीं उठाया।: एक घंटे की बारिश ने खोली रेलवे निर्माण कार्यों की पोल, स्टेशन रोड डूबा
यह गौरतलब है कि मुख्यमंत्री 18 सितंबर को राजिम रेलवे लाइन का उद्घाटन करने आ रहे हैं, लेकिन उससे ठीक पहले हुई इस एक बारिश ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और अधूरेपन की कड़वी हकीकत को उजागर कर दिया है, जिससे नागरिकों में भारी असंतोष है।: एक घंटे की बारिश ने खोली रेलवे निर्माण कार्यों की पोल, स्टेशन रोड डूबा









