बुजुर्ग आदिवासी दंपति को अब तक नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने से परेशान

नवापारा राजिम: आदिवासी दंपति को आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा
छत्तीसगढ़ के नवापारा राजिम में एक बुजुर्ग आदिवासी दंपति के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अब तक प्राप्त नहीं हो पाया है। इस दंपति को योजनाओं का लाभ न मिलने के कारण झोपड़ी में जीवनयापन करना पड़ रहा है, और वे सरकार की योजनाओं से वंचित हैं। यह स्थिति उन आदिवासी परिवारों के लिए एक गंभीर मुद्दा है जो सरकार द्वारा चलाए गए विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बुजुर्ग आदिवासी दंपति को अब तक नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने से परेशान
आदिवासी दंपति की दयनीय स्थिति:
गोबरा नवापारा नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 2, खोली पारा में रहने वाली गीता बाई ध्रुव (60 वर्ष) और उनके पति ने कई बार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया है, लेकिन अब तक उन्हें कोई लाभ नहीं मिल पाया। गीता बाई की बेटियाँ शादीशुदा हैं, और दंपति अकेले झोपड़ी में रहते हैं। गीता बाई बताती हैं कि आवास योजना के लिए उन्होंने 3 से 4 बार आवेदन किया, लेकिन उनका नाम अब तक सूची में नहीं आया है। बुजुर्ग आदिवासी दंपति को अब तक नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने से परेशान
आवास की समस्या:
गीता बाई ने बताया कि बारिश के मौसम में उनके लिए झोपड़ी में रहना बहुत कठिन हो जाता है। पानी के गिरने से घर में भीगने की समस्या रहती है, और उनका परिवार असुरक्षित स्थिति में रहता है। प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत गरीबों को पक्का घर देने के उद्देश्य से की गई थी, लेकिन अब तक इस योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल सका है। बुजुर्ग आदिवासी दंपति को अब तक नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने से परेशान
आवेदन प्रक्रिया में परेशानियाँ:
आवेदन के दौरान गीता बाई को सरकार द्वारा निर्धारित नए नियमों और दस्तावेज़ीकरण के कारण कई बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़े। गीता बाई की समझ में यह नहीं आ रहा है कि सरकार की मंशा क्या है, जबकि वे एक लंबा समय इस योजना का लाभ पाने की उम्मीद में बिता चुके हैं। बुजुर्ग आदिवासी दंपति को अब तक नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने से परेशान
जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा:
गीता बाई का कहना है कि चुनावों के दौरान जनप्रतिनिधि वोट मांगने के लिए उनके घर तक आते हैं, लेकिन चुनाव के बाद उनके जैसे गरीब परिवारों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। इस स्थिति पर सवाल उठता है कि चुनावी वादों के बावजूद आदिवासी परिवारों के हक को क्यों नजरअंदाज किया जाता है। बुजुर्ग आदिवासी दंपति को अब तक नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने से परेशान
आने वाले चुनावों के बीच आदिवासी दंपति का आवास का सपना:
इस बार राज्य में विधानसभा, लोकसभा और नगरीय निकाय चुनाव होने हैं, लेकिन आदिवासी दंपति का आवास का सपना अब भी अधूरा है। यह एक गंभीर सवाल बनकर खड़ा है कि क्या आदिवासी परिवारों को अपने हक का आवास कभी मिलेगा? बुजुर्ग आदिवासी दंपति को अब तक नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने से परेशान
नगर पालिका अधिकारी की प्रतिक्रिया:
मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मीडिया के माध्यम से गीता बाई ध्रुव के बारे में जानकारी मिली है। प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत कार्य चल रहा है, और वे इसे तत्काल चेक करवाएंगे। यदि गीता बाई पात्र पाई जाती हैं, तो उन्हें जल्द ही आवास का लाभ मिल जाएगा। बुजुर्ग आदिवासी दंपति को अब तक नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने से परेशान









