पंचायत भवन में गंदगी देख भड़के कलेक्टर, सचिव होरीलाल साहू निलंबित, विभागीय जांच के आदेश
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले से प्रशासनिक कसावट का एक मामला सामने आया है। लोरमी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत दरवाजा के सचिव होरीलाल साहू को अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने और शासकीय परिसर में गंदगी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कठोर कार्रवाई जिला कलेक्टर श्री कुंदन कुमार के औचक निरीक्षण के उपरांत जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) श्री प्रभाकर पाण्डेय द्वारा की गई।पंचायत भवन में गंदगी देख भड़के कलेक्टर
औचक निरीक्षण में खुली पोल
जानकारी के अनुसार, मुंगेली कलेक्टर श्री कुंदन कुमार ग्राम पंचायत दरवाजा के औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे। उस समय पंचायत भवन में आयुष्मान भारत महाभियान के अंतर्गत हितग्राहियों के कार्ड बनाने का महत्वपूर्ण कार्य संचालित हो रहा था। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने पाया कि पंचायत भवन परिसर में चारों ओर गंदगी पसरी हुई थी और साफ-सफाई का घोर अभाव था। मूलभूत सुविधाओं की भी कमी पाई गई, जो कि एक शासकीय कार्यालय के लिए अत्यंत आपत्तिजनक स्थिति है।पंचायत भवन में गंदगी देख भड़के कलेक्टर
कलेक्टर की नाराज़गी और स्वच्छता का संदेश
पंचायत भवन की दयनीय स्थिति देखकर कलेक्टर श्री कुंदन कुमार ने తీవ్ర अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों और पंचायत सचिवों को इस दिशा में सक्रिय और जिम्मेदार भूमिका निभाने के कड़े निर्देश दिए, ताकि शासकीय परिसरों के साथ-साथ पूरे गांव में स्वच्छता का वातावरण सुनिश्चित हो सके।पंचायत भवन में गंदगी देख भड़के कलेक्टर
निलंबन और विभागीय जांच के आदेश
कलेक्टर के निर्देशों के अनुपालन में, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रभाकर पाण्डेय ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत दरवाजा के सचिव होरीलाल साहू के निलंबन का आदेश जारी कर दिया। निलंबन अवधि के दौरान होरीलाल साहू का मुख्यालय जनपद पंचायत लोरमी निर्धारित किया गया है। इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। इसके साथ ही, उनके विरुद्ध विभागीय जांच भी संस्थित कर दी गई है, ताकि मामले की विस्तृत पड़ताल की जा सके और उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित हो।पंचायत भवन में गंदगी देख भड़के कलेक्टर
यह कार्रवाई शासकीय कार्यों में लापरवाही और स्वच्छता के प्रति उदासीनता बरतने वाले कर्मचारियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है।