
जयपुर: DRDO का कर्मचारी निकला पाकिस्तानी जासूस, मिसाइलों और हथियारों की खुफिया जानकारी भेजता था पाकिस्तान, राजस्थान इंटेलिजेंस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए देश की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले एक जासूस को गिरफ्तार किया है। आरोपी जैसलमेर की चांदन फील्ड फायरिंग रेंज में स्थित रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के गेस्ट हाउस में संविदा पर मैनेजर के तौर पर काम करता था। उस पर भारतीय सेना से जुड़ी अति-संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजने का आरोप है।
सुरक्षा एजेंसियों ने 8 दिनों की सघन पूछताछ और मोबाइल फोन से मिले पुख्ता सबूतों के बाद आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।DRDO का कर्मचारी निकला पाकिस्तानी जासूस
कैसे आया पकड़ में यह जासूस?
खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा का रहने वाला महेंद्र प्रसाद, जो लंबे समय से DRDO गेस्ट हाउस में कार्यरत था, संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है। इसके बाद 4 अगस्त को उसे गेस्ट हाउस से हिरासत में लिया गया। शुरुआती पूछताछ जैसलमेर में हुई, जिसके बाद उसे आगे की जांच के लिए जयपुर लाया गया।DRDO का कर्मचारी निकला पाकिस्तानी जासूस
इंटेलिजेंस के आईजी डॉ. विष्णुकांत गुप्ता के अनुसार, महेंद्र प्रसाद सोशल मीडिया के जरिए एक पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था और पैसों के लालच में देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहा था।DRDO का कर्मचारी निकला पाकिस्तानी जासूस
मोबाइल ने खोले देश की जासूसी के गहरे राज
जांच के दौरान जब महेंद्र प्रसाद के मोबाइल फोन को खंगाला गया, तो अधिकारी हैरान रह गए। फोन से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए:
वह चांदन फायरिंग रेंज में होने वाले मिसाइल और अन्य हथियारों के परीक्षणों की जानकारी लीक करता था।
रेंज में आने वाले DRDO के वरिष्ठ वैज्ञानिकों और सैन्य अधिकारियों की गतिविधियों और उनके विवरण पाकिस्तानी हैंडलर को भेजता था।
पैसे के लालच में वह लगातार सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा कर रहा था।
मोबाइल से मिले डिजिटल सबूतों ने उसकी जासूसी की पूरी तरह से पुष्टि कर दी, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी की गई। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।DRDO का कर्मचारी निकला पाकिस्तानी जासूस









