रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी, 100 करोड़ के घोटाले का खुलासा

रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी, 100 करोड़ के घोटाले का खुलासा
पटना। रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पटना, नालंदा और मैंगलूर सहित पांच स्थानों पर छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की। यह घोटाला करीब 100 करोड़ रुपये से अधिक का बताया जा रहा है। ईडी ने इस घोटाले में न्यायिक अधिकारियों, वकीलों और रेलवे कर्मचारियों की भूमिका की जांच शुरू कर दी है।रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी
रेलवे अधिकारियों और वकीलों पर शिकंजा
ईडी की छापेमारी में खासतौर पर रेलवे न्यायिक अधिकारी आर.के. मित्तल और वकील भी.एन. सिंह के ठिकानों को निशाना बनाया गया।
- आर.के. मित्तल को कुछ साल पहले भ्रष्टाचार के आरोपों में बर्खास्त कर दिया गया था।
- जांच में पाया गया कि रेलवे कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दावे दाखिल किए गए और उन दावों के जरिए भारी रकम हड़पी गई।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शुरू हुई जांच
यह मामला वर्ष 2015-2018 के बीच का है। सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन न्यायमूर्ति रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति उदय यू. ललित की पीठ के निर्देश पर सीबीआई ने इस घोटाले का केस दर्ज किया था।रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी
- फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर कई बार एक ही व्यक्ति के नाम पर धन उगाही की गई।
- इस घोटाले में कई सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत की संभावना जताई गई है।
ईडी की कार्रवाई और घोटाले के पहलू
सीबीआई द्वारा उजागर की गई जानकारी के आधार पर ईडी ने इस मामले की जांच शुरू की। ईडी अब तक कई महत्वपूर्ण कागजात और संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज जब्त कर चुकी है।रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी
- प्रमुख कार्रवाई के केंद्र: पटना, नालंदा, मैंगलूर।
- घोटाले का तरीका: रेलवे कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए क्लेम दाखिल कर बड़ी रकम हासिल की गई।
बिहार में ईडी का लगातार शिकंजा
ईडी बिहार में आर्थिक अपराधों और घोटालों पर लगातार शिकंजा कस रही है। हाल ही में, महुआ ग्रुप ऑफ कंपनी के संचालक को गिरफ्तार किया गया था।रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी
- ईडी ने वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ अपनी जांच तेज कर दी है।
- यह एजेंसी भारत सरकार की प्रमुख जांच एजेंसी है, जो आर्थिक अपराधों और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों में कार्रवाई करती है।
रेलवे घोटाले ने उठाए गंभीर सवाल
इस घोटाले ने रेलवे की प्रशासनिक प्रक्रियाओं और कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी
- पारदर्शिता की कमी: कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ घोटाला।
- प्रशासनिक खामियां: घोटाले ने रेलवे की वित्तीय सुरक्षा प्रणाली में कमजोरियों को उजागर किया।
क्या होगा आगे?
ईडी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जल्द ही बड़े खुलासे की संभावना है। जिम्मेदार अधिकारियों और अन्य संलिप्त व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।रेलवे क्लेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी









