Indian Army vs Air Force: किसकी सैलरी है ज्यादा? जानें सिपाही से लेकर अफसर तक का पूरा सैलरी स्ट्रक्चर

Indian Army vs Air Force: किसकी सैलरी है ज्यादा? जानें सिपाही से लेकर अफसर तक का पूरा सैलरी स्ट्रक्चर
मुख्य बिंदु:-
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भारतीय सेना और वायु सेना, दोनों में सैलरी 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के अनुसार दी जाती है।
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वेतन मुख्य रूप से पद (Rank) और पे-लेवल (Pay Level) पर निर्भर करता है, जो दोनों सेवाओं के लिए लगभग समान है।
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बेसिक सैलरी के अलावा जवानों और अधिकारियों को मिलिट्री सर्विस पे (MSP) और कई तरह के भत्ते मिलते हैं।
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हम जानेंगे कि एक सिपाही और एयरमैन से लेकर एक जनरल और एयर चीफ मार्शल तक को कितना वेतन मिलता है।
नई दिल्ली: देश की सेवा का जज्बा रखने वाले लाखों युवाओं का सपना भारतीय सेना (Indian Army) या भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) की वर्दी पहनना होता है। यह न केवल गर्व और सम्मान का पेशा है, बल्कि यह एक सुरक्षित और प्रतिष्ठित करियर भी प्रदान करता है। अक्सर युवाओं के मन में यह सवाल होता है कि इन दोनों गौरवशाली सेवाओं में सैलरी कितनी मिलती है और क्या इनमें कोई अंतर है? आइए, हम आपको दोनों सेनाओं के सैलरी स्ट्रक्चर के बारे में विस्तार से बताते हैं।Indian Army vs Air Force
सैलरी का आधार: 7वां वेतन आयोग
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि थल सेना, नौसेना और वायु सेना, तीनों रक्षा सेवाओं में वेतन का निर्धारण 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर बने पे-मैट्रिक्स (Pay Matrix) के अनुसार होता है। इसका मतलब है कि समान रैंक पर दोनों ही सेवाओं में बेसिक सैलरी (Basic Salary) समान होती है। अंतर भत्तों (Allowances) के कारण आ सकता है, जो पोस्टिंग की जगह (जैसे सियाचिन, रेगिस्तान या शांत क्षेत्र) और जॉब प्रोफाइल पर निर्भर करते हैं।Indian Army vs Air Force
भारतीय वायु सेना (Indian Air Force): आसमान के प्रहरियों का वेतन
भारतीय वायु सेना में कर्मियों को दो मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है: एयरमैन (Airmen) और कमीशंड अधिकारी (Commissioned Officers)।Indian Army vs Air Force
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एयरमैन (Agniveer Vayu & Other Ranks):
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ग्रुप Y (गैर-तकनीकी): एक एयरमैन (Agniveer Vayu) का शुरुआती बेसिक पे ₹21,700 (पे-लेवल 3) होता है। पदोन्नति के साथ यह सार्जेंट, जूनियर वारंट ऑफिसर और वारंट ऑफिसर के रैंक तक बढ़ता है, जिससे सैलरी भी बढ़ती है।
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ग्रुप X (तकनीकी): तकनीकी ट्रेड्स में काम करने वाले एयरमैन को अधिक बेसिक पे मिलता है।
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कमीशंड अधिकारी (Officers):
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एक फ्लाइंग ऑफिसर (Flying Officer) का शुरुआती बेसिक पे ₹56,100 (पे-लेवल 10) होता है।
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रैंक बढ़ने के साथ सैलरी भी बढ़ती है, जैसे फ्लाइट लेफ्टिनेंट, स्क्वाड्रन लीडर, ग्रुप कैप्टन।
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एयर चीफ मार्शल (Air Chief Marshal) का पद सर्वोच्च होता है, जिनकी सैलरी ₹2,50,000 (पे-लेवल 18) पर फिक्स्ड होती है।
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भारतीय सेना (Indian Army): धरती के वीरों की सैलरी
भारतीय सेना में भी कर्मियों को तीन मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है: जवान (अन्य रैंक), जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) और कमीशंड अधिकारी।Indian Army vs Air Force
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जवान (Agniveer & Other Ranks):
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एक सिपाही (Sepoy) की शुरुआती बेसिक सैलरी ₹21,700 (पे-लेवल 3) होती है, जो वायु सेना के एयरमैन के बराबर है।
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पदोन्नति के बाद नायक, हवलदार के पद पर सैलरी बढ़ती जाती है।
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जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCOs):
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नायब सूबेदार का बेसिक पे ₹35,400 (पे-लेवल 6) से शुरू होता है, जो सूबेदार और सूबेदार मेजर के पद तक बढ़ता है।
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कमीशंड अधिकारी (Officers):
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एक लेफ्टिनेंट (Lieutenant) की शुरुआती बेसिक सैलरी ₹56,100 (पे-लेवल 10) होती है, जो वायु सेना के फ्लाइंग ऑफिसर के बराबर है।
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इसके बाद कैप्टन, मेजर, कर्नल जैसे पदों पर सैलरी बढ़ती है।
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थल सेनाध्यक्ष (Chief of Army Staff) का वेतन ₹2,50,000 (पे-लेवल 18) पर फिक्स्ड होता है।
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वेतन के अलावा मिलने वाली सुविधाएं और भत्ते
सैलरी सिर्फ बेसिक पे नहीं होती। सेना और वायु सेना के जवानों और अधिकारियों को कई बेहतरीन सुविधाएं और भत्ते मिलते हैं, जो इसे एक आकर्षक करियर बनाते हैं:
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मिलिट्री सर्विस पे (MSP): सभी रैंकों को एक निश्चित MSP मिलता है।
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महंगाई भत्ता (DA): बेसिक सैलरी पर समय-समय पर बढ़ता है।
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आवास भत्ता (HRA) या मुफ्त सरकारी आवास।
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ट्रांसपोर्ट अलाउंस, सियाचिन अलाउंस, फ्लाइंग अलाउंस जैसे कई अन्य भत्ते।
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कैंटीन (CSD) सुविधा।
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स्वयं और परिवार के लिए बेहतरीन मेडिकल सुविधा (ECHS)।
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बच्चों की पढ़ाई के लिए सहायता।
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सेवानिवृत्ति के बाद आजीवन पेंशन और ग्रेच्युटी।









