Mutual Funds में लगने वाले चार्ज: निवेश से पहले जान लें सभी शुल्क

Mutual Funds में निवेश करने से पहले जरूरी जानकारी
म्यूचुअल फंड एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है, जिसमें एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (AMC) निवेशकों के फंड को मैनेज करती हैं। इन कंपनियों द्वारा फंड मैनेजर और वित्तीय विश्लेषकों की टीम नियुक्त की जाती है, जो मार्केट रिस्क को कम करने के लिए रणनीतियां बनाती हैं। इस फंड मैनेजमेंट के बदले निवेशकों से कुछ शुल्क वसूले जाते हैं।
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो पहले यह समझ लें कि आपको किन शुल्कों का भुगतान करना पड़ सकता है। Mutual Funds में लगने वाले चार्ज: निवेश से पहले जान लें सभी शुल्क
1. एंट्री लोड (Entry Load)
✅ जब कोई निवेशक म्यूचुअल फंड की यूनिट खरीदता है, तो फंड हाउस एक निश्चित शुल्क वसूल सकता है।
✅ हालांकि, SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने अधिकांश स्कीम्स में एंट्री लोड को हटा दिया है।
2. एग्जिट लोड (Exit Load)
✅ जब निवेशक अपना निवेश रीडीम (भुनाना) करता है, तो फंड हाउस एग्जिट लोड चार्ज कर सकता है।
✅ यह शुल्क स्कीम के अनुसार भिन्न होता है और आमतौर पर 0.25% से 4% तक हो सकता है।
✅ एग्जिट लोड लगाने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि निवेशक एक निश्चित अवधि तक स्कीम में बना रहे।
3. मैनेजमेंट शुल्क (Management Fees)
✅ फंड मैनेजर और उनकी टीम को उनकी सेवाओं के लिए भुगतान करने के लिए यह शुल्क वसूला जाता है।
✅ यह शुल्क निवेशक की कुल निवेश राशि का एक निश्चित प्रतिशत हो सकता है।
4. अकाउंट फीस (Account Fees)
✅ अगर कोई निवेशक न्यूनतम बैलेंस राशि बनाए रखने में असफल रहता है, तो फंड हाउस अकाउंट फीस वसूल सकता है।
✅ यह शुल्क निवेशक के पोर्टफोलियो से स्वतः घटा दिया जाता है।
5. सर्विस और डिस्ट्रीब्यूशन चार्ज (Service & Distribution Charges)
✅ AMC द्वारा मार्केटिंग, प्रिंटिंग और मेलिंग खर्चों को कवर करने के लिए यह शुल्क लिया जाता है।
✅ इसमें ब्रोकर या एजेंट द्वारा ली जाने वाली फीस भी शामिल हो सकती है।
6. स्विच फीस (Switch Fees)
✅ कुछ म्यूचुअल फंड स्कीम निवेशकों को एक स्कीम से दूसरी स्कीम में निवेश ट्रांसफर करने की सुविधा देते हैं।
✅ इस प्रक्रिया में फंड हाउस स्विच फीस चार्ज करता है। Mutual Funds में लगने वाले चार्ज: निवेश से पहले जान लें सभी शुल्क









