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लुसिड ड्रीमिंग: यह सिर्फ सपना नहीं, बल्कि चेतना की एक नई अवस्था है! जानें वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला खुलासा

लुसिड ड्रीमिंग: यह सिर्फ सपना नहीं, बल्कि चेतना की एक नई अवस्था है! जानें वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला खुलासा

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क्या आपने कभी ऐसा सपना देखा है जिसमें आप जानते थे कि आप सपना देख रहे हैं, और शायद उस सपने की घटनाओं को अपने अनुसार बदल भी पा रहे थे? यदि हाँ, तो आपने “लुसिड ड्रीमिंग” (Lucid Dreaming) या सचेत स्वप्न का अनुभव किया है। लंबे समय से इसे एक रोचक और रहस्यमयी घटना माना जाता रहा है, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इसे एक कदम आगे बढ़ाते हुए इसे चेतना की एक नई और विशिष्ट अवस्था घोषित किया है।लुसिड ड्रीमिंग

क्या है लुसिड ड्रीमिंग? (What is Lucid Dreaming?)

लुसिड ड्रीमिंग एक ऐसी मानसिक अवस्था है जहाँ व्यक्ति सपने देखते समय इस बात से पूरी तरह अवगत होता है कि वह सपना देख रहा है। इस जागरूकता के कारण, कई बार व्यक्ति सपने की कहानी और उसके पात्रों पर नियंत्रण भी पा सकता है। यह न तो पूरी तरह से नींद की अवस्था है और न ही पूर्ण जागरण की, बल्कि इन दोनों के बीच एक अद्भुत संतुलन है।लुसिड ड्रीमिंग

वैज्ञानिकों का नया दृष्टिकोण: चेतना की विशिष्ट अवस्था (New Scientific Perspective: A Unique State of Consciousness)

नीदरलैंड्स स्थित रेडबाउड यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर (Radboud University Medical Center) के शोधकर्ता Çağatay Demirel और उनकी टीम ने इस विषय पर गहन अध्ययन किया है। उनके निष्कर्ष, जो प्रतिष्ठित ‘जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस’ (Journal of Neuroscience) में प्रकाशित हुए हैं, लुसिड ड्रीमिंग को पारंपरिक REM (रैपिड आई मूवमेंट) नींद और जाग्रत अवस्था से भिन्न एक अलग चेतनावस्था के रूप में प्रस्तुत करते हैं।लुसिड ड्रीमिंग

मस्तिष्क तरंगों का विश्लेषण (Analysis of Brain Waves)

शोधकर्ताओं ने कई ईईजी (इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राम) डेटा सेट का विश्लेषण किया। उन्होंने पाया कि लुसिड ड्रीमिंग के दौरान सक्रिय होने वाली मस्तिष्क तरंगें (Brain Waves) सामान्य REM नींद या जाग्रत अवस्था में देखी जाने वाली तरंगों से स्पष्ट रूप से भिन्न होती हैं।लुसिड ड्रीमिंग

कौन से मस्तिष्क क्षेत्र होते हैं सक्रिय? (Which Brain Regions are Active?)

अध्ययन में लुसिड ड्रीमिंग के दौरान मस्तिष्क के कुछ खास हिस्सों में बढ़ी हुई गतिविधि देखी गई:

  • दाहिना केंद्रीय लोब (Right Central Lobe)

  • पार्श्विका लोब (Parietal Lobe)

  • प्रीक्यूनिअस (Precuneus)

इन क्षेत्रों में विशेष रूप से बीटा (Beta) और गामा (Gamma) तरंगों की गतिविधि में वृद्धि पाई गई:

  • बीटा तरंगें: ये तरंगें आमतौर पर सचेत विचार, निर्णय लेने और विश्लेषणात्मक सोच से जुड़ी होती हैं।

  • गामा तरंगें: ये आत्म-जागरूकता (Self-awareness) और आत्म-चिंतन (Self-reflection) जैसी उच्च-स्तरीय संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं से संबंधित हैं।

कार्यात्मक कनेक्टिविटी का महत्व (Significance of Functional Connectivity)

शोध में यह भी पता चला कि लुसिड ड्रीमिंग के दौरान केवल कुछ हिस्से ही नहीं, बल्कि पूरा मस्तिष्क एक एकीकृत नेटवर्क के रूप में अधिक सक्रिय हो जाता है:

  • अल्फा बैंड कनेक्टिविटी (Alpha Band Connectivity – 8–12 Hz): यह सामान्य REM नींद की तुलना में काफी अधिक पाई गई।

  • अंतर-गोलार्ध कनेक्टिविटी (Interhemispheric Connectivity): मस्तिष्क के दोनों गोलार्धों (hemispheres) के बीच सूचना का आदान-प्रदान तेज हो जाता है।

  • गामा कनेक्टिविटी (Gamma Connectivity): यह तीव्र आत्म-चिंतन और जागरूकता का संकेत देती है।

इसका सीधा अर्थ है कि लुसिड ड्रीमिंग के दौरान व्यक्ति नींद में होते हुए भी एक उच्च स्तर की जागरूकता और सचेतनता का अनुभव करता है। यह इसे चेतना की एक संभावित “तीसरी” स्थिति बनाता है।लुसिड ड्रीमिंग

साइकेडेलिक्स से तुलना: समानताएं और अंतर (Comparison with Psychedelics: Similarities and Differences)

डेमिरेल और उनकी टीम ने पाया कि लुसिड ड्रीमिंग के दौरान मस्तिष्क की कुछ गतिविधियाँ साइकेडेलिक पदार्थों (जैसे एलएसडी या आयाहुआस्का) के सेवन के बाद होने वाले अनुभवों के समान हैं। विशेष रूप से, प्रीक्यूनिअस (Precuneus) – जो अहंकार (ego) और आत्म-धारणा (self-perception) से जुड़ा मस्तिष्क क्षेत्र है – दोनों ही स्थितियों में सक्रिय होता है। हालांकि, इसका यह अर्थ नहीं है कि दोनों अनुभव पूर्णतः समान हैं, बल्कि यह मस्तिष्क की विभिन्न अवस्थाओं को समझने में एक नई दिशा प्रदान करता है।लुसिड ड्रीमिंग

सपनों के पार चेतना का नया आयाम (Conclusion: A New Dimension of Consciousness Beyond Dreams)

यह शोध लुसिड ड्रीमिंग को महज “जीवंत सपनों” के अनुभव से ऊपर उठाकर “सोते हुए जागने” की एक वास्तविक स्थिति के रूप में स्थापित करता है। यह न केवल हमें सपनों की प्रकृति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है, बल्कि मानव चेतना की जटिलताओं और विभिन्न अवस्थाओं पर भी नई रोशनी डालता है। लुसिड ड्रीमिंग अब विज्ञान के लिए चेतना के रहस्यों को खोलने का एक और महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है।लुसिड ड्रीमिंग

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