लखनऊ, अलीगंज l लखनऊ के अलीगंज इलाके में खराब सफाई व्यवस्था को लेकर महापौर सुषमा खर्कवाल ने शनिवार को जोन-3 अलीगंज का निरीक्षण किया और अधिकारियों पर जमकर नाराजगी व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान यह पता चला कि इलाके में नाली की सफाई एक साल से नहीं हुई है। इस पर गुस्साई महापौर ने नगर निगम कर्मचारियों को चेतावनी दी, “तुम्हें इसी गंदी नाली में डुबो दूंगी।” उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि अगर काम नहीं हो पा रहा है, तो इस्तीफा देकर घर चले जाओ। उन्होंने जोर देकर कहा कि सफाई के लिए नगर निगम ने करोड़ों रुपये खर्च किए हैं, और जनता के टैक्स के पैसे का सही उपयोग होना चाहिए।लखनऊ में महापौर सुषमा खर्कवाल का फूटा गुस्सा
कर्मचारियों को सख्त निर्देश
महापौर की कड़ी फटकार के बाद जोनल अधिकारी सफाई व्यवस्था में सुधार का भरोसा दिलाते दिखे। महापौर ने निरीक्षण की शुरुआत विवेकानन्द पुरी महानगर से की, जहां बी 709 के भवन स्वामी ने शिकायत की कि कूड़ा उठाने वाली गाड़ी और सफाई कर्मचारी नियमित नहीं आते। इस पर महापौर ने जोनल सेनेटरी अधिकारी को नियमित सफाई के निर्देश दिए। उन्होंने साफ-सफाई में कोई कमी न होने देने की चेतावनी दी।लखनऊ में महापौर सुषमा खर्कवाल का फूटा गुस्सा
सीवर लाइन की खुदाई पर नाराजगी
इसके बाद महापौर ने भरवारा मल्हौर वार्ड का निरीक्षण किया, जहां शाहपुर प्राथमिक स्कूल के पास सड़क खोदकर सीवर लाइन डाली जा रही थी। महापौर ने इस पर नाराजगी व्यक्त की और जल निगम के अधिकारियों को 30 सितम्बर तक खुदाई न करने के निर्देश दिए थे, जिन्हें नजरअंदाज कर कार्य जारी रखा गया। महापौर ने तत्काल गुणवत्ता जांच के निर्देश अपर नगर आयुक्त ललित कुमार को दिए।लखनऊ में महापौर सुषमा खर्कवाल का फूटा गुस्सा
सफाई कंपनी पर कार्रवाई की चेतावनी
प्रेमबाग स्थित कमल सुपर स्टोर के पास स्थानीय लोगों ने महापौर को बताया कि क्षेत्र में सफाई कर्मचारी नहीं आ रहे हैं और पूरे इलाके में गंदगी फैली हुई है। इस पर महापौर ने अपर नगर आयुक्त को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। नगर निगम के अधिकारियों ने सफाई में हो रही लापरवाही का दोष सफाई कंपनी सुएज इंडिया पर डालने का प्रयास किया। इस पर महापौर ने सुएज कंपनी को टेंडर वापस लेने की चेतावनी दी और पूछा कि जब कंपनी ठीक से काम नहीं कर रही थी, तो उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई?लखनऊ में महापौर सुषमा खर्कवाल का फूटा गुस्सा
अतिक्रमण हटाने के दौरान हुआ विरोध
चौक इलाके में चरक चौराहे के पास अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान नगर निगम के अधिकारियों का स्थानीय लोगों से भारी विरोध झेलना पड़ा। नाले पर रातोंरात कब्जा कर निर्माण कराया गया था, जिसे हटाने के लिए जेसीबी पहुंची, तो लोगों ने विरोध जताया और नोकझोंक शुरू हो गई। नगर निगम का अभियान बुलाकी अड्डा और तुरियागंज चौराहे तक चला, जहां गिरधारी सिंह स्कूल के आसपास भी अतिक्रमण हटाने का काम किया गया।
सुषमा खर्कवाल की सख्ती का असर
महापौर सुषमा खर्कवाल की सख्ती ने नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को उनकी जिम्मेदारियों की याद दिला दी है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जनता के हितों की अनदेखी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और लखनऊ में सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।लखनऊ में महापौर सुषमा खर्कवाल का फूटा गुस्सा