अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला, छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में हुई मारपीट
आंगनबाड़ी की सरकारी ज़मीन पर कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी के साथ हिंसा
बलरामपुर (छत्तीसगढ़) – जिले के ग्राम पंचायत पिंडरा के आश्रित ग्राम जतरो में शुक्रवार को उस समय तनाव फैल गया जब सरकारी जमीन पर कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी सुनेश्वर सिंह पर दो लोगों ने हमला कर दिया।अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला
यह कार्रवाई गांव की आंगनबाड़ी भवन की जमीन पर हुए अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध की जा रही थी, जिसकी शिकायत सुशासन तिहार कार्यक्रम के दौरान की गई थी।अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला
सीमांकन के दौरान हुआ हमला, सिर और हाथ में आई चोटें
पटवारी जब पंचायत के निर्देश पर सीमांकन के लिए पहुंचे, तो दुबराज सिंह और नंदकुमार नामक दो स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया।अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद इतना बढ़ा कि दोनों ने पटवारी को धक्का देकर ज़मीन पर गिरा दिया और लात-घूंसे मारने लगे, जिससे उन्हें सिर और हाथ में चोटें आईं।अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला
घायल पटवारी को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
पुलिस ने दर्ज किया केस, शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट की धाराएं लगीं
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
पटवारी की शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों पर FIR दर्ज कर ली गई है। उन पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने और मारपीट जैसी धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला
प्रशासन सख्त, अवैध कब्जों के खिलाफ होगी कार्रवाई
प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और संकेत दिए हैं कि सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला
इस बीच, पंचायत ने भी मांग की है कि आंगनबाड़ी भवन की जमीन को जल्द से जल्द खाली कराया जाए ताकि सामुदायिक कार्य बाधित न हों।अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला
यह घटना बताती है कि अवैध कब्जे हटाने की प्रशासनिक प्रक्रिया अब भी कई स्थानों पर जोखिम भरी है। यह मामला न केवल एक लोकसेवक पर हमले का है, बल्कि लोक व्यवस्था की गंभीर चुनौती भी पेश करता है।अवैध कब्जा हटाने पहुंचे पटवारी पर हमला