
धमतरी/कोरबा,: छत्तीसगढ़ में शिकारियों का कहर जारी: जंगली सूअर और चीतल का शिकार, वन विभाग ने 8 आरोपियों को दबोचा, छत्तीसगढ़ के जंगलों में जंगली जानवरों पर शिकारियों का कहर लगातार जारी है. धमतरी जिले के हरदीबाजार क्षेत्र के ग्राम चोढ़ा में जंगली सूअर और चीतल के शिकार का मामला सामने आया है, जिसमें वन विभाग ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, कोरबा वनमंडल अंतर्गत करतला वन परिक्षेत्र से भी एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बारूद बिछाकर जंगली सूअर का शिकार किया गया, जिसमें पांच अन्य आरोपियों को पकड़ा गया है. कुल मिलाकर, वन विभाग ने इन दो मामलों में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि कुछ अन्य फरार हैं जिनकी तलाश जारी है.
धमतरी में चीतल और सूअर का शिकार:
हरदीबाजार क्षेत्र के ग्राम चोढ़ा में जंगली जानवर चीतल और सूअर के शिकार की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने छानबीन शुरू की. पता चला कि गांव के कुछ व्यक्तियों ने चीतल और जंगली सूअर का शिकार किया था और उनके मांस की बिक्री के साथ-साथ उसे पकाकर खा भी रहे थे. पतासाजी करते हुए वन विभाग की टीम भागवत गोंड़ (45 वर्ष) के घर पहुंची, जहां घर में अलग-अलग स्थानों पर चीतल और जंगली सूअर का मांस पक रहा था. टीम ने मांस जब्त कर भागवत से पूछताछ की, जिसके आधार पर दो और आरोपी – लच्छू राम (59 वर्ष) और रामवती सरोटिया (59 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया. इन तीनों को पाली के एक कोर्ट में पेश कर रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. इस शिकार में शामिल एक अन्य आरोपी रामा शंकर, जो मुरली का रहने वाला है, अभी फरार है जिसकी तलाश की जा रही हैजंगली सूअर और चीतल का शिकार, वन विभाग ने 8 आरोपियों को दबोचा
कोरबा में बारूद से जंगली सूअर का शिकार, 5 गिरफ्तार:
जंगलों में जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिजली के तारों का इस्तेमाल तो अक्सर देखा जाता था, लेकिन अब बारूद बिछाकर भी शिकार किया जा रहा है. कोरबा वनमंडल अंतर्गत करतला वन परिक्षेत्र से एक ऐसा ही नया मामला सामने आया है, जहां बारूद बिछाकर एक जंगली सूअर को मारने और उसके मांस को बेचने के आरोप में वन विभाग ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मानस लाल, होरीलाल, नरेंद्र कुमार, सुकवारा बाई और सूरज शामिल हैं, ये सभी उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम संडैल के रहने वाले हैं.जंगली सूअर और चीतल का शिकार, वन विभाग ने 8 आरोपियों को दबोचा
प्रारंभिक जांच के आधार पर वन विभाग ने बताया कि आरोपी जंगली सूअर का शिकार करने के लिए खेतों में ‘टिफिन बम’ बिछाते थे. खेतों में धान की फसल लगी होने के कारण जंगली सूअर अक्सर चरने के लिए आते हैं. इसी का फायदा उठाते हुए संडैल के पांच लोगों ने योजना बनाकर टिफिन बम बिछाए, जिससे एक जंगली सूअर का शिकार हो गया. ब्लास्ट इतना जबरदस्त था कि सूअर के कई अंग उड़ गए और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. सूचना पर करतला रेंजर के साथ वन विभाग की टीम गांव पहुंची. जांच के दौरान एक व्यक्ति जंगली सूअर का मांस लेकर घर लौट रहा था, जिसे संदेह के आधार पर रोका गया और उसके पास से मांस बरामद हुआ. इस मामले में दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है.जंगली सूअर और चीतल का शिकार, वन विभाग ने 8 आरोपियों को दबोचा
इन घटनाओं से पता चलता है कि जंगलों में जंगली जानवरों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी हुई है और शिकारी नए-नए तरीकों से वन्यजीवों को निशाना बना रहे हैं. वन विभाग लगातार ऐसे शिकारियों पर नकेल कसने का प्रयास कर रहा हैजंगली सूअर और चीतल का शिकार, वन विभाग ने 8 आरोपियों को दबोचा









