सुकमा में शिक्षादूतों की हत्या से आक्रोश: एकजुट हुए शिक्षक, सुरक्षा पर उठाए सवाल

सुकमा में शिक्षादूतों की हत्या से आक्रोश: एकजुट हुए शिक्षक, सुरक्षा पर उठाए सवाल, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा एक शिक्षादूत की निर्मम हत्या के बाद क्षेत्र के शिक्षादूतों में भारी आक्रोश है। चिंतागुफा में हुई एक बैठक में शिक्षादूतों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। नक्सलियों ने शिक्षादूत पर मुखबिरी का आरोप लगाया था, जिसके जवाब में शिक्षादूतों ने सबूतों की मांग की है।
नक्सलियों के आरोपों पर शिक्षादूतों का पलटवार
हाल ही में सिलगेर में शिक्षादूत की हत्या के बाद शिक्षादूतों में भय और गुस्सा है। नक्सलियों द्वारा लगाए गए मुखबिरी के आरोप को शिक्षादूतों ने सिरे से खारिज करते हुए, उन आरोपों का प्रमाण प्रस्तुत करने की चुनौती दी है। शिक्षादूतों ने प्रशासन से भी सवाल किया कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।सुकमा में शिक्षादूतों की हत्या से आक्रोश
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने की कड़ी निंदा, मुआवजे की मांग
इस घटना पर बीजापुर जिले के भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जी. वेंकट की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों को शिक्षादूतों की हत्या कर क्या हासिल करना है। उन्होंने जोर दिया कि सरकार बंद पड़े स्कूलों को दोबारा खोलकर बच्चों को शिक्षा से जोड़ना चाहती है और स्थानीय युवाओं को शिक्षादूत के रूप में रोजगार दे रही है। इसके विपरीत, नक्सली शिक्षादूतों की हत्या कर बच्चों को शिक्षा से दूर रखना चाहते हैं।सुकमा में शिक्षादूतों की हत्या से आक्रोश
नक्सली नहीं चाहते बस्तर के बच्चे शिक्षित हों – जी. वेंकट
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि नक्सली कभी नहीं चाहते कि बस्तर का वह हिस्सा, जो पिछले 25 वर्षों से उनकी वजह से शिक्षा से वंचित था, अब शिक्षित हो सके। उनका तर्क है कि नक्सली केवल विकास विरोधी ही नहीं, बल्कि शिक्षा विरोधी भी हैं। यदि बच्चे शिक्षित और जागरूक हो जाएंगे, तो बस्तर में उनका वर्चस्व समाप्त हो जाएगा, क्योंकि नक्सलियों के लिए अब इस क्षेत्र में कोई जगह नहीं बची है।सुकमा में शिक्षादूतों की हत्या से आक्रोश
शहीद शिक्षादूतों के परिजनों को मुआवजे की सिफारिश
जी. वेंकट ने कहा कि नक्सली आतंक फैलाने के लिए अब शिक्षादूतों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने शिक्षादूत कल्लू ताती सहित नक्सलियों के हाथों मारे गए सभी शिक्षादूतों की हत्याओं की निंदा की। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वे सरकार से इन पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिलाने का हर संभव प्रयास करेंगे।सुकमा में शिक्षादूतों की हत्या से आक्रोश









