ग्राम पंचायत बुनगा में सरपंच-सचिव की अनदेखी, लाखों के खर्च के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहीं बुनियादी सुविधाएं

पुसौर: लाखों की राशि खर्च होने के बाद भी मुक्तिधामों की स्थिति दयनीय
पुसौर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बुनगा में विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं, लेकिन ग्रामीणों को उन कार्यों का कोई ठोस लाभ नहीं मिल पा रहा है। बुनगा में तीन मुक्तिधामों का निर्माण किया गया है, जिनमें से दो का निर्माण 15वें वित्त आयोग की राशि से और एक का मनरेगा के तहत हुआ है। ग्राम पंचायत बुनगा में सरपंच-सचिव की अनदेखी, लाखों के खर्च के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहीं बुनियादी सुविधाएं
मुक्तिधाम तक पहुंचने का रास्ता नहीं, ग्रामीणों को हो रही समस्याएँ
ग्रामीणों का कहना है कि मुक्तिधाम में शव ले जाने के लिए उचित मार्ग नहीं है। डुड़ीपार मुक्तिधाम में शव ले जाने के लिए ग्रामीणों को खंभों का सहारा लेना पड़ता है, और बारिश के समय कीचड़ से रास्ता अवरुद्ध हो जाता है। इसके कारण अंतिम संस्कार के समय लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ग्राम पंचायत बुनगा में सरपंच-सचिव की अनदेखी, लाखों के खर्च के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहीं बुनियादी सुविधाएं
जल निकासी और साफ-सफाई का अभाव
बरसात के दिनों में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण पूरे रास्ते में पानी और कीचड़ जमा हो जाता है। गंदगी और अव्यवस्था के चलते मुक्तिधाम की हालत खराब होती जा रही है। अन्य मुक्तिधामों में भी साफ-सफाई की कमी के कारण समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। ग्राम पंचायत बुनगा में सरपंच-सचिव की अनदेखी, लाखों के खर्च के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहीं बुनियादी सुविधाएं
सरपंच-सचिव पर आरोप: कार्यों की अनदेखी और भ्रष्टाचार
ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच कस्तूरी सिदार और सचिव जयकिशोर महाणा ने मुक्तिधाम के नाम पर 717,161 रुपए खर्च किए, लेकिन सुविधाएं नदारद हैं। ग्रामीणों के अनुसार, सरपंच-सचिव अपनी तिजोरी भरने में व्यस्त हैं और जनता की समस्याओं की कोई परवाह नहीं कर रहे। ग्राम पंचायत बुनगा में सरपंच-सचिव की अनदेखी, लाखों के खर्च के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहीं बुनियादी सुविधाएं
ग्राम पंचायत सचिव का बयान
ग्राम पंचायत सचिव का कहना है कि सिर्फ एक मुक्तिधाम के निर्माण की स्वीकृति हुई थी और बाकी दो पुराने कार्यकाल के थे, जिन्हें पूर्ण किया गया। लेकिन, किसी भी मुक्तिधाम के लिए मार्ग बनाने की स्वीकृति नहीं मिली थी। सचिव के अनुसार, ग्रामीणों ने मुक्तिधाम के आसपास गंदगी फैला दी थी, जिसके चलते दवा का छिड़काव कर रास्ते को बंद कर दिया गया है। ग्राम पंचायत बुनगा में सरपंच-सचिव की अनदेखी, लाखों के खर्च के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहीं बुनियादी सुविधाएं









