जगदलपुर नगर निगम: विकास पर संग्राम, हंगामा और बहिष्कार
विपक्ष ने एजेंडा फाड़कर सदन का किया बहिष्कार, महापौर ने कांग्रेस पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप

जगदलपुर: जगदलपुर नगर निगम: विकास पर संग्राम, हंगामा और बहिष्कार, जगदलपुर नगर निगम की सामान्य सभा में बुधवार को जमकर हंगामा देखने को मिला। तीन महीने बाद आयोजित इस महत्वपूर्ण सभा में विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर जनहित के मुद्दों पर बिना चर्चा किए एजेंडा को बहुमत के दम पर पास कराने का आरोप लगाया। इस दौरान विपक्ष ने एजेंडा के पत्रों को फाड़कर फेंक दिया और सदन से बहिर्गमन कर दिया।
हंगामे की शुरुआत तब हुई जब सभा में लगाए गए प्रश्नों पर चर्चा के दौरान आसंदी में बैठे निगम अध्यक्ष ने विपक्ष के उप नेताप्रतिपक्ष को पीछे बैठने को कहा। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई और सदन में शोरगुल बढ़ गया। विकास पर संग्राम, हंगामा और बहिष्कार
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष “दादागिरी” से सदन चला रहा है और जनहित के मुद्दों पर चर्चा किए बिना ही एजेंडों को पास कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही सदन चलाना है तो विपक्ष की क्या आवश्यकता है। कांग्रेस पार्षदों ने एकजुट होकर इस कार्रवाई का विरोध किया और सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल गए। विकास पर संग्राम, हंगामा और बहिष्कार
वहीं, विपक्ष के इस बहिष्कार पर महापौर ने कांग्रेसियों पर पलटवार किया। महापौर ने आरोप लगाया कि कांग्रेसियों ने शहर के विकास के लिए कोई काम नहीं किया है और उनका एकमात्र काम “झूठ फैलाना” है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजनीति केवल झूठे प्रचार पर आधारित है। महापौर ने आगे कहा कि सदन मर्यादा से चलता है और कांग्रेसियों ने सदन का अपमान करके एक बड़ा अपराध किया है। विकास पर संग्राम, हंगामा और बहिष्कार
इस घटनाक्रम ने जगदलपुर नगर निगम की राजनीति में गर्माहट ला दी है। देखना होगा कि इस हंगामे का शहर के विकास कार्यों पर क्या असर पड़ता है। विकास पर संग्राम, हंगामा और बहिष्कार









