पहाड़ों पर कुदरत का कहर: हिमाचल में बादल फटने से तबाही, ब्यास उफान पर! कई राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

पहाड़ों पर कुदरत का कहर: हिमाचल में बादल फटने से तबाही, ब्यास उफान पर! कई राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट
पहाड़ों पर कुदरत का कहर: हिमाचल में बादल फटने से तबाही, देशभर में मानसून सक्रिय हो चुका है, लेकिन पहाड़ी राज्यों में यह आफत बनकर बरस रहा है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं ने जन-जीवन को पूरी तरह से ठप कर दिया है। हिमाचल के मंडी में बादल फटने से ब्यास नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है, जिससे चारों ओर डरावना मंजर है। मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल में तबाही का मंजर: 4 जगह फटा बादल
#WATCH | Morning visuals from Himachal Pradesh’s Mandi, where the water level in the River Beas has risen due to incessant heavy rainfall in the State.
A ‘red alert’ for heavy to very heavy rainfall has been issued in the district. pic.twitter.com/pgCJC8yIR9
— ANI (@ANI) July 1, 2025
हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला कुदरत के रौद्र रूप का गवाह बना, जहाँ बीती रात एक नहीं, बल्कि चार अलग-अलग जगहों पर बादल फटने से भारी तबाही हुई है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पवित्र ब्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है और नदी उफान पर है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।पहाड़ों पर कुदरत का कहर: हिमाचल में बादल फटने से तबाही
राज्य में नुकसान का आंकड़ा:
- सड़कें बंद: प्रदेश भर में 285 सड़कें यातायात के लिए पूरी तरह बंद हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित मंडी (129) और सिरमौर (92) जिले हैं।
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बिजली-पानी ठप: 614 ट्रांसफार्मर खराब होने से कई इलाकों में बिजली गुल है और 130 पेयजल योजनाएं बाधित हो गई हैं।
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जान-माल का नुकसान: राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में अब तक 34 लोगों की दुखद मौत हो चुकी है।
उत्तराखंड में भी हाल बेहाल, भूस्खलन से रास्ते बंद
For anyone planning to head towards Manali or Spiti next week—please keep a close check on weather updates. First spell of monsoon rains and parts of the national highway near Bahang, Manali have already been washed away. If any help is needed in Himachal , feel free to DM or ask… pic.twitter.com/1WbyZk2cQJ
— Nikhil saini (@iNikhilsaini) June 25, 2025
देवभूमि उत्तराखंड में भी भारी बारिश का कहर जारी है। सोमवार को कोटद्वार-बद्रीनाथ हाईवे पर सतपुली के पास हुए भीषण भूस्खलन के कारण मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा है। मौसम विभाग ने राज्य के सभी 13 जिलों के लिए अलर्ट जारी करते हुए लोगों को नदियों और बरसाती नालों से दूर रहने की सख्त हिदायत दी है।पहाड़ों पर कुदरत का कहर: हिमाचल में बादल फटने से तबाही
मैदानी इलाकों में भी मानसून का जोर
पहाड़ों के साथ-साथ मैदानी राज्यों में भी मानसून की सक्रियता बनी हुई है। IMD ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों को भी बाढ़ के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है।पहाड़ों पर कुदरत का कहर: हिमाचल में बादल फटने से तबाही
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राजस्थान: सामान्य से दोगुनी बारिश
राजस्थान में इस साल मानसून जमकर मेहरबान हुआ है। 1 से 29 जून के बीच यहाँ औसत बारिश 50.7 मिमी होती है, जबकि इस साल अब तक 119.4 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य से दोगुनी से भी ज्यादा है। IMD ने राज्य के सभी जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। -
बिहार: अगले एक हफ्ते तक भारी बारिश की चेतावनी
बिहार में भी अगले 7 दिनों तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने मंगलवार को 13 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 3 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। सोमवार को सीवान जिले में सबसे अधिक 115.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।









