छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म? CM साय ने दिए संकेत, अब हफ्ते में 6 दिन करना होगा काम!

छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म? CM साय ने दिए संकेत, अब हफ्ते में 6 दिन करना होगा काम!
मुख्य बिंदु:
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छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार द्वारा शुरू की गई पांच दिवसीय कार्यप्रणाली को बदलने पर विचार। 
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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सिस्टम की समीक्षा के दिए संकेत। 
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कर्मचारी संगठनों ने जताया विरोध, कहा- खाली पदों को भरना ज्यादा जरूरी। 
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों के लिए सप्ताह में दो दिन की छुट्टी की व्यवस्था जल्द ही अतीत की बात हो सकती है। राज्य की विष्णुदेव साय सरकार पिछली कांग्रेस सरकार के फैसले को पलटने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि पांच दिवसीय कार्यप्रणाली (5-Day Working) की समीक्षा की जाएगी, जिसके बाद कर्मचारियों को सप्ताह में 6 दिन कार्यालय आना पड़ सकता है।छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म
क्यों हो रहा है बदलाव पर विचार?
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस मुद्दे पर कहा कि सिस्टम में बदलाव पर विचार किया जाएगा। उन्होंने मीडिया को धन्यवाद देते हुए कहा, “आप लोगों ने इस विषय पर चिंता जताई है। कुछ अधिकारी और कर्मचारी खुद मुझसे कह रहे हैं कि पांच दिन के काम में पहले जैसी बात नहीं रही और दो दिन की छुट्टी काटना भी मुश्किल हो रहा है।” मुख्यमंत्री के इस बयान से साफ है कि सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर है और जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है।छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म
काम में देरी और लेटलतीफी बनी वजह
यह पहली बार नहीं है जब नई सरकार ने कामकाज के ढर्रे पर नाराजगी जताई हो। मुख्यमंत्री साय पहले भी अधिकारियों और कर्मचारियों के दफ्तर देर से आने को लेकर चेतावनी दे चुके हैं। उन्होंने एक समीक्षा बैठक में साफ कहा था कि सप्ताह में सिर्फ पांच दिन काम होता है, उसमें भी लेटलतीफी स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कामकाज में सुधार न होने पर सख्त कदम उठाने की बात भी कही थी।छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म
जीएडी ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट
सूत्रों के अनुसार, सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने भी पांच दिवसीय कार्यप्रणाली पर अपनी एक विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इस व्यवस्था के कारण कई शासकीय कार्य लंबित हो रहे हैं और कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति भी प्रभावित हुई है। रिपोर्ट में राज्य के सभी विभागों में फिर से 6-दिवसीय कार्यप्रणाली को लागू करने की सिफारिश की गई है।छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म
गृह विभाग ने खत्म की 5-डे वर्किंग
इस दिशा में गृह विभाग ने पहले ही एक बड़ा कदम उठा लिया है। विभाग ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए पांच दिन की कार्यप्रणाली को समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है। आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि काम की अधिकता और लंबित मामलों को निपटाने के लिए यह फैसला लिया गया है।छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म
कर्मचारी संगठनों का कड़ा विरोध
सरकार की इस मंशा के बीच कर्मचारी संगठन विरोध में उतर आए हैं। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने इस तर्क को खारिज कर दिया कि पांच दिन के काम से प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा, “समस्या 5-डे वर्किंग नहीं, बल्कि कर्मचारियों की भारी कमी है। राज्य में विभिन्न कैडरों के सिर्फ 60% पद ही भरे हुए हैं। यही कर्मचारी सरकार की सभी योजनाओं का 100% भार उठा रहे हैं। सरकार को छुट्टी खत्म करने की बजाय खाली पदों पर भर्ती करनी चाहिए।”छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार कर्मचारी संगठनों के विरोध के बीच इस फैसले पर आगे बढ़ती है या कोई बीच का रास्ता निकालती है।छत्तीसगढ़ में 5-डे वर्किंग खत्म
 
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				









