भीषण गर्मी और लू से बचाव के लिए प्रशासन की एडवाइजरी जारी

बीजापुर। जलवायु परिवर्तन के कारण छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 15 मार्च से जून 2025 तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ सकती है और लू चलने की संभावना है। गर्मी के कारण लू लगना और जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिससे बचाव के लिए प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। भीषण गर्मी और लू से बचाव के लिए प्रशासन की एडवाइजरी जारी
लू के लक्षण और खतरे
गर्मी के कारण शरीर में पानी और खनिज की कमी हो जाती है, जिससे लू लगने की संभावना बढ़ जाती है। इसके मुख्य लक्षण हैं:
✅ सिर दर्द और भारीपन
✅ मुंह का सूखना और तेज बुखार
✅ चक्कर और उल्टी आना
✅ शरीर में दर्द और कमजोरी
✅ अत्यधिक पसीना आना या बिल्कुल न आना
✅ बेहोशी की स्थिति
लू से बचाव के उपाय
➡️ अत्यधिक धूप में जाने से बचें और जरूरी हो तो सिर व कानों को कपड़े से ढककर निकलें।
➡️ पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और ओआरएस घोल का सेवन करें।
➡️ हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें ताकि शरीर को ठंडक मिले।
➡️ धूप में अधिक देर तक न रहें और छायादार स्थान पर आराम करें।
➡️ गर्मी के दौरान लस्सी, मठा, जलजीरा और फलों का रस अधिक पिएं।
➡️ गर्मी से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए 104 आरोग्य सेवा केंद्र से सलाह लें। भीषण गर्मी और लू से बचाव के लिए प्रशासन की एडवाइजरी जारी
लू लगने पर तुरंत करें ये प्राथमिक उपचार
? बुखार होने पर ठंडे पानी की पट्टियां सिर पर रखें।
? पीड़ित व्यक्ति को अधिक मात्रा में पानी और पेय पदार्थ जैसे आम का पन्ना, जलजीरा आदि पिलाएं।
? शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करें और पीड़ित को पंखे या ठंडी जगह पर रखें।
? बेहोशी या गंभीर लक्षणों की स्थिति में तुरंत अस्पताल ले जाएं।
? ओआरएस घोल के लिए मितानिन या एएनएम से संपर्क करें। भीषण गर्मी और लू से बचाव के लिए प्रशासन की एडवाइजरी जारी









