ATM से पैसे निकालने वालों के लिए जरूरी खबर: Free Limit के बाद कितना लगता है चार्ज? जानिए RBI के नियम

मुख्य बिंदु:
-
RBI ने तय कर रखी है हर महीने मिलने वाली फ्री ATM ट्रांजैक्शन की लिमिट।
-
मेट्रो शहरों में दूसरे बैंकों के ATM से 3 बार और गैर-मेट्रो में 5 बार फ्री निकासी।
-
लिमिट पार करने पर बैंक वसूलते हैं 23 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन तक का चार्ज।
-
सिर्फ कैश निकालना ही नहीं, बैलेंस चेक करना भी गिना जाता है ट्रांजैक्शन में।
नई दिल्ली: ATM से पैसे निकालने वालों के लिए जरूरी खबर: Free Limit के बाद कितना लगता है चार्ज? जानिए RBI के नियम, अगर आप भी बार-बार ATM से कैश निकालते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम से कैश निकालने और अन्य ट्रांजैक्शन के लिए कुछ नियम तय किए हैं। हर महीने मिलने वाली फ्री लिमिट खत्म होने के बाद बैंक आपसे अच्छा-खासा चार्ज वसूल सकते हैं। HDFC, PNB जैसे कई बैंकों ने अपने शुल्कों में बदलाव भी किया है। आइए जानते हैं क्या हैं ये नियम और आप कैसे अतिरिक्त चार्ज देने से बच सकते हैं।
कितनी है फ्री ट्रांजैक्शन की लिमिट?
यह समझना बहुत जरूरी है कि फ्री ट्रांजैक्शन की लिमिट आपके अपने बैंक के एटीएम और दूसरे बैंक के एटीएम के लिए अलग-अलग होती है। Free Limit के बाद कितना लगता है चार्ज? जानिए RBI के नियम
-
अपने बैंक के ATM से: लगभग सभी बैंक अपने ग्राहकों को अपने खुद के एटीएम से एक महीने में 5 फ्री ट्रांजैक्शन (वित्तीय और गैर-वित्तीय मिलाकर) की सुविधा देते हैं।
-
दूसरे बैंक के ATM से: यहां RBI का नियम लागू होता है। अगर आप मेट्रो शहर (जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद) में हैं, तो आपको दूसरे बैंकों के एटीएम से 3 फ्री ट्रांजैक्शन मिलते हैं। वहीं, गैर-मेट्रो शहरों में यह लिमिट 5 फ्री ट्रांजैक्शन की है।
लिमिट खत्म होने पर कितना लगता है चार्ज?
जैसे ही आप अपनी फ्री मंथली लिमिट को पार करते हैं, बैंक आपसे हर अतिरिक्त ट्रांजैक्शन पर चार्ज वसूलता है। Free Limit के बाद कितना लगता है चार्ज? जानिए RBI के नियम
-
शुल्क: बैंक प्रति ट्रांजैक्शन 23 रुपये तक का शुल्क (GST सहित) लगा सकते हैं।
-
उदाहरण: HDFC बैंक और PNB जैसे बैंक लिमिट पार होने पर हर वित्तीय ट्रांजैक्शन के लिए लगभग 23 रुपये और गैर-वित्तीय ट्रांजैक्शन के लिए 11 रुपये तक चार्ज करते हैं।
सिर्फ पैसा निकालना ही नहीं, ये भी गिनी जाती है ट्रांजैक्शन
अक्सर लोग यह गलती करते हैं कि वे सिर्फ कैश निकालने को ही ट्रांजैक्शन समझते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। फ्री लिमिट में वित्तीय (कैश निकालना) और गैर-वित्तीय (बैलेंस चेक करना, मिनी स्टेटमेंट निकालना, पिन बदलना) दोनों तरह के ट्रांजैक्शन गिने जाते हैं। इसलिए, अगर आप सिर्फ बैलेंस चेक करने के लिए भी एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो आपकी एक फ्री ट्रांजैक्शन कम हो जाएगी। Free Limit के बाद कितना लगता है चार्ज? जानिए RBI के नियम
अतिरिक्त ATM चार्ज से कैसे बचें?
थोड़ी सी सावधानी बरतकर आप इन अतिरिक्त शुल्कों से आसानी से बच सकते हैं:
-
अपने बैंक का ATM चुनें: हमेशा कोशिश करें कि आप अपने ही बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करें, जहां आपको ज्यादा फ्री ट्रांजैक्शन मिलते हैं।
-
डिजिटल पेमेंट अपनाएं: छोटी-मोटी जरूरतों के लिए कैश निकालने की बजाय UPI और अन्य डिजिटल तरीकों का इस्तेमाल करें।
-
एक बार में निकालें ज्यादा कैश: बार-बार कम पैसे निकालने की जगह, एक बार में ही जरूरत के अनुसार थोड़ा ज्यादा कैश निकाल लें।
-
ट्रांजैक्शन का हिसाब रखें: महीने में आपने कितनी बार एटीएम इस्तेमाल किया है, इसका ध्यान रखें ताकि आप फ्री लिमिट पार न करें।









