बस्तर फोर्स पर कांग्रेस के आरोपों को सीएम विष्णुदेव साय ने बताया ‘राजनीतिक नाटक’
📌 मुख्य बिंदु:
- बस्तर फोर्स के उपयोग को लेकर कांग्रेस और सरकार आमने-सामने।
- सीएम साय ने कहा, सरकार शांति वार्ता के लिए तैयार है।
- आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिल रही सरकारी सुविधाएं।
- कांग्रेस ने जवानों की स्थिति और भत्ते पर सवाल उठाए।
- जवानों के स्वास्थ्य और कल्याण को लेकर बहस तेज।
कांग्रेस के आरोपों पर सीएम का पलटवार
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में फोर्स के उपयोग को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद को बढ़ावा देने वाली कांग्रेस को इस तरह की बातें करना शोभा नहीं देता। सीएम साय ने कहा कि शांति वार्ता के लिए सरकार के दरवाजे खुले हैं और इसके लिए किसी विशेष आमंत्रण की आवश्यकता नहीं है।बस्तर फोर्स पर कांग्रेस के आरोपों को सीएम विष्णुदेव साय ने बताया
आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिल रही सरकारी मदद
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि सरकार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को स्केलिंग, आवास, और प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्तों जैसी सुविधाएं मुहैया करा रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में 2,500 लाभार्थियों को पीएम आवास की किश्तें भेजी गईं।बस्तर फोर्स पर कांग्रेस के आरोपों को सीएम विष्णुदेव साय ने बताया
कांग्रेस नेता दीपक बैज का बयान और विवाद
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि नक्सलियों द्वारा शांति वार्ता का प्रस्ताव गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह बस्तर फोर्स को मशीन की तरह इस्तेमाल कर रही है। बैज ने सवाल उठाया कि क्या कभी जवानों से उनकी परिस्थितियों के बारे में पूछा गया?बस्तर फोर्स पर कांग्रेस के आरोपों को सीएम विष्णुदेव साय ने बताया
जवानों की सेहत और सुविधाओं पर चिंता
दीपक बैज ने कहा कि बस्तर के आदिवासी जवान ही सबसे ज़्यादा नक्सल मोर्चे पर तैनात हैं, जबकि अन्य नेता और अधिकारी सुविधाजनक स्थानों पर पदस्थ रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जवान मलेरिया, डायरिया और लू जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं। ऐसे में उन्हें अतिरिक्त भत्ते और आराम की सुविधा मिलनी चाहिए।बस्तर फोर्स पर कांग्रेस के आरोपों को सीएम विष्णुदेव साय ने बताया
सीएम ने कांग्रेस पर साधा निशाना
सीएम विष्णुदेव साय ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह सिर्फ राजनीति कर रही है और नक्सलवाद को खत्म करने में कोई ठोस भूमिका नहीं निभा रही। उन्होंने कहा कि शांति वार्ता का समर्थन करना एक बात है, लेकिन फोर्स पर सवाल उठाना उनका मनोबल गिराने जैसा है।बस्तर फोर्स पर कांग्रेस के आरोपों को सीएम विष्णुदेव साय ने बताया