छत्तीसगढ़ की बेटियों का परचम: डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
छोटे शहरों की प्रतिभाएं लिख रही हैं नया इतिहास, 'खेलो इंडिया' अभियान का दिख रहा सीधा असर

डोंगरगढ़: छत्तीसगढ़ की बेटियों का परचम: डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक, राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ शहर की दो होनहार बालिकाओं- राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय सीनियर जूजित्सु (मार्शल आर्ट) प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 6 पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। इनमें एक स्वर्ण पदक भी शामिल है, जिससे उन्होंने न केवल डोंगरगढ़ बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य का नाम देशभर में रोशन किया है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 9 से 18 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में आयोजित की गई थी, जिसमें देश के 25 राज्यों से आए सैकड़ों खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने अपने असाधारण कौशल, अनुशासन और कड़ी मेहनत के दम पर जूजित्सु जैसे कठिन और दुर्लभ खेल में विजय प्राप्त कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। उनकी यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि यदि सही अवसर और मार्गदर्शन मिले तो छोटे शहरों की प्रतिभाएं भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम हैं।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
‘खेलो इंडिया’ अभियान का सकारात्मक प्रभाव
मुख्य कोच अजय सिंह ने इस शानदार सफलता का श्रेय भारत सरकार के ‘खेलो इंडिया’ अभियान और खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय की निरंतर कोशिशों को दिया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं, आधुनिक प्रशिक्षण और डोपिंग जागरूकता सेमिनार जैसी पहलें प्रदान की जा रही हैं, जिसका सीधा और सकारात्मक असर अब छोटे-छोटे शहरों के खिलाड़ियों पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदकडोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
प्रतियोगिता से पहले आयोजित विशेष सेमिनार में खिलाड़ियों को डोपिंग, फिटनेस, स्पोर्ट्स एथिक्स और मानसिक मजबूती जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। इस गहन प्रशिक्षण ने खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया और उनमें खेल के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित किया।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
भव्य स्वागत और अंतर्राष्ट्रीय मंच की तैयारी
इस ऐतिहासिक जीत के बाद, दोनों विजेता खिलाड़ियों और कोच अजय सिंह का डोंगरगढ़ लौटने पर स्थानीय खेल प्रेमियों और नागरिकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। शहर में उत्साह का माहौल है और लोग इन बेटियों की सफलता को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए कमर कस रही हैं। उनका यह प्रदर्शन साबित करता है कि भारत सरकार की ‘न्यू स्पोर्ट्स पॉलिसी’ और ‘खेलो इंडिया मिशन’ के मार्गदर्शन में पले-बढ़े ऐसे खिलाड़ी आज नए भारत की ताकत बन रहे हैं। ये खिलाड़ी न केवल खेल के मैदान में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन चुके हैं।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ शहर की दो होनहार बालिकाओं- राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय सीनियर जूजित्सु (मार्शल आर्ट) प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 6 पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। इनमें एक स्वर्ण पदक भी शामिल है, जिससे उन्होंने न केवल डोंगरगढ़ बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य का नाम देशभर में रोशन किया है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 9 से 18 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में आयोजित की गई थी, जिसमें देश के 25 राज्यों से आए सैकड़ों खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने अपने असाधारण कौशल, अनुशासन और कड़ी मेहनत के दम पर जूजित्सु जैसे कठिन और दुर्लभ खेल में विजय प्राप्त कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। उनकी यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि यदि सही अवसर और मार्गदर्शन मिले तो छोटे शहरों की प्रतिभाएं भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम हैं।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
‘खेलो इंडिया’ अभियान का सकारात्मक प्रभाव
मुख्य कोच अजय सिंह ने इस शानदार सफलता का श्रेय भारत सरकार के ‘खेलो इंडिया’ अभियान और खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय की निरंतर कोशिशों को दिया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं, आधुनिक प्रशिक्षण और डोपिंग जागरूकता सेमिनार जैसी पहलें प्रदान की जा रही हैं, जिसका सीधा और सकारात्मक असर अब छोटे-छोटे शहरों के खिलाड़ियों पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
प्रतियोगिता से पहले आयोजित विशेष सेमिनार में खिलाड़ियों को डोपिंग, फिटनेस, स्पोर्ट्स एथिक्स और मानसिक मजबूती जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। इस गहन प्रशिक्षण ने खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया और उनमें खेल के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित किया।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक
भव्य स्वागत और अंतर्राष्ट्रीय मंच की तैयारी
इस ऐतिहासिक जीत के बाद, दोनों विजेता खिलाड़ियों और कोच अजय सिंह का डोंगरगढ़ लौटने पर स्थानीय खेल प्रेमियों और नागरिकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। शहर में उत्साह का माहौल है और लोग इन बेटियों की सफलता को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए कमर कस रही हैं। उनका यह प्रदर्शन साबित करता है कि भारत सरकार की ‘न्यू स्पोर्ट्स पॉलिसी’ और ‘खेलो इंडिया मिशन’ के मार्गदर्शन में पले-बढ़े ऐसे खिलाड़ी आज नए भारत की ताकत बन रहे हैं। ये खिलाड़ी न केवल खेल के मैदान में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन चुके हैं।डोंगरगढ़ की राणा वसुंधरा सिंह और निधि वर्मा ने राष्ट्रीय जूजित्सु प्रतियोगिता में जीते 6 पदक









