रायपुर: अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक! जानिए कैसे तोमर ब्रदर्स ने सूदखोरी से खड़ी की दौलत, पुलिस ने खोला पूरा कच्चा-चिट्ठा
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अपराध और दौलत की एक ऐसी कहानी सामने आई है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। कभी शहर के टिकरापारा इलाके में एक साधारण अंडे का ठेला चलाने वाले दो भाई आज करोड़ों के मालिक हैं। पुलिस ने जब वीरेंद्र सिंह तोमर और रोहित सिंह तोमर के काले कारनामों का पर्दाफाश किया, तो उनके आलीशान जीवन के पीछे छिपी सच्चाई सामने आ गई।अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक!
एक मामूली शुरुआत, लेकिन इरादे खतरनाक
कुछ साल पहले तक वीरेंद्र और रोहित तोमर को लोग एक मामूली अंडा विक्रेता के रूप में जानते थे। लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपराध की दुनिया में कदम रखा। पुलिस के अनुसार, दोनों भाई हिस्ट्रीशीटर हैं और उन्होंने अपना मुख्य धंधा सूदखोरी और अवैध वसूली को बना लिया। वे जरूरतमंद लोगों को ऊंची ब्याज दरों पर पैसा देते और फिर उन्हें डरा-धमकाकर मूल रकम से कई गुना वसूलते थे।अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक!
सूदखोरी का जाल और अवैध वसूली का खेल
तोमर बंधुओं ने सूदखोरी का एक ऐसा नेटवर्क बनाया था, जिसमें कई लोग फंसते चले गए। जो कोई भी समय पर पैसे नहीं चुका पाता, उसे धमकियों और हिंसा का सामना करना पड़ता। इसी अवैध वसूली और गुंडागर्दी के दम पर उन्होंने कुछ ही सालों में करोड़ों की संपत्ति बना ली, जिसमें आलीशान विला, महंगी थार जीप, कैश और अवैध हथियार भी शामिल हैं।अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक!
क्यों अटक गई थी 2019 में पुलिस की जांच?
यह पहली बार नहीं है जब तोमर ब्रदर्स कानून के शिकंजे में आए हैं। साल 2019 में भी पुलिस ने उनके खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की थी और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उस समय पुलिस को उनके घर से बड़ी संख्या में स्टाम्प पेपर और कर्जदारों के दस्तावेज मिले थे।अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक!
सबसे बड़ा मामला 5 महंगी कारों का था, जिन्हें यूको बैंक से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फाइनेंस कराया गया था। इन दस्तावेजों में फर्जी आधार कार्ड और गलत पते का इस्तेमाल किया गया था। यह एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला बन सकता था, लेकिन रहस्यमय तरीके से पुलिस की जांच इन कारों पर आकर रुक गई और मामले की फाइल बंद कर दी गई। इसी का फायदा उठाकर दोनों भाई कुछ महीनों में जेल से बाहर आ गए और अपना अवैध कारोबार फिर से शुरू कर दिया।अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक!
नेताओं और अफसरों से सांठगांठ का आरोप
सूत्रों का कहना है कि तोमर बंधुओं के रसूख के पीछे बड़े नेताओं और अफसरों से उनकी घनिष्ठता एक बड़ी वजह है। इसी सांठगांठ के चलते वे बार-बार कानून के शिकंजे से बच निकलते थे और बेखौफ होकर अपना आपराधिक साम्राज्य चलाते रहे।अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक!
पुलिस की बड़ी कार्रवाई और आम जनता से अपील
अब रायपुर पुलिस ने तोमर बंधुओं पर फिर से शिकंजा कसा है। उनके ठिकानों पर छापेमारी कर पुलिस ने कर्जदारों के दस्तावेज जब्त किए हैं और जांच तेज कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने आम जनता से एक महत्वपूर्ण अपील की है।अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक!
पुलिस ने कहा है कि जो भी व्यक्ति तोमर बंधुओं की सूदखोरी, धमकी या किसी भी तरह के शोषण का शिकार हुआ है, वह बिना किसी डर के पुलिस से संपर्क कर सकता है। शिकायत करने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।अंडे के ठेले से करोड़ों के साम्राज्य तक!