‘मोदी की गारंटी’ पर छत्तीसगढ़ में घमासान, 22 अगस्त को कर्मचारियों का महाबंद, ठप रहेंगे दफ्तर-स्कूल

जगदलपुर/रायपुर: ‘मोदी की गारंटी’ पर छत्तीसगढ़ में घमासान, 22 अगस्त को कर्मचारियों का महाबंद, छत्तीसगढ़ में सरकार और कर्मचारियों के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। विधानसभा चुनाव में किए गए वादे पूरे न होने से नाराज छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने 22 अगस्त को प्रदेशव्यापी ‘महाबंद’ का ऐलान किया है। इस महाबंद के चलते प्रदेश भर में स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तरों में कामकाज पूरी तरह ठप रहने की आशंका है।
क्यों नाराज हैं कर्मचारी?
कर्मचारी फेडरेशन का आरोप है कि सत्तारूढ़ भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान ‘मोदी की गारंटी’ के तहत कई वादे किए थे। इनमें प्रमुख वादे थे:
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प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता (DA) देना।
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वर्ष 2019 से बकाया एरियर्स की राशि को कर्मचारियों के जीपीएफ खाते में जमा करना।
फेडरेशन का कहना है कि सरकार बने लगभग दो साल होने को हैं, लेकिन इन घोषणाओं पर अब तक कोई अमल नहीं हुआ है।’मोदी की गारंटी’ पर छत्तीसगढ़ में घमासान, 22 अगस्त को कर्मचारियों का महाबंद
जगदलपुर में बनेगी आंदोलन की रणनीति
आंदोलन को सफल बनाने के लिए फेडरेशन ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। रविवार शाम को जगदलपुर के कृषि उपज मंडी परिसर में विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक को संबोधित करते हुए फेडरेशन के संभाग अध्यक्ष गजेंद्र श्रीवास्तव ने कहा, “सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा ले रही है। कर्मचारी वर्ग अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है और सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर है।”‘मोदी की गारंटी’ पर छत्तीसगढ़ में घमासान, 22 अगस्त को कर्मचारियों का महाबंद
उन्होंने ऐलान किया कि 22 अगस्त को हर कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर जगदलपुर में एकजुट होगा और अपनी ताकत दिखाएगा।’मोदी की गारंटी’ पर छत्तीसगढ़ में घमासान, 22 अगस्त को कर्मचारियों का महाबंद
क्या है आंदोलन का पूरा प्लान?
फेडरेशन ने चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है:
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सामूहिक अवकाश: सोमवार से सभी कर्मचारी ‘महाबंद’ के लिए सामूहिक अवकाश का फॉर्म भरकर अपने कार्यालय प्रमुखों को सौंपेंगे।
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गेट मीटिंग: 18 अगस्त से जिले के सभी प्रमुख कार्यालयों के बाहर गेट मीटिंग कर कर्मचारियों को हड़ताल में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
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महाधरना: 22 अगस्त को सुबह 10:30 बजे जगदलपुर के कृषि उपज मंडी परिसर में एक विशाल एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन होगा, जहां सरकार से ‘मोदी की गारंटी’ को पूरा करने की मांग की जाएगी।
इस महाबंद की तैयारी बैठक में जिला संयोजक आर.डी. तिवारी, सहसंयोजक अजय श्रीवास्तव समेत विभिन्न संगठनों के अध्यक्ष और प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे, जिससे यह स्पष्ट है कि कर्मचारी इस बार आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।’मोदी की गारंटी’ पर छत्तीसगढ़ में घमासान, 22 अगस्त को कर्मचारियों का महाबंद









