
पुलिस की नाकामी से अपराधियों के हौसले बुलंद
दुर्ग: शहर में अपराध और नशाखोरी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। हत्या, चाकूबाजी, चोरी और नशाखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस की ढिलाई के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
हाल ही में मोहन नगर थाना में स्थानीय लोगों ने अपराध रोकने की मांग को लेकर घेराव किया और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो सका है। दुर्ग में बढ़ते अपराध और नशाखोरी पर सवाल
नशे की लत बनी हत्याओं की वजह
पिछले दिनों मोहन नगर थाना क्षेत्र में शैलेंद्र यादव ने अपने छोटे भाई गजेंद्र यादव की गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। इस घटना में आरोपी शैलेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन हत्या का मुख्य कारण नशे की लत बताया गया। दुर्ग में बढ़ते अपराध और नशाखोरी पर सवाल
अनसुलझा दादी-पोती हत्याकांड

थाना पुलगांव के ग्राम गनियारी में 6 मार्च 2024 को 62 वर्षीय राजवती साहू और उनकी 16 वर्षीय पोती सविता साहू की हत्या कर दी गई थी। मामले को 8 महीने बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस हत्यारों को पकड़ने में नाकाम रही है।
पुलिस ने फॉरेंसिक जांच और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला। नार्को टेस्ट के लिए पुलिस सविता के पिता और एक पड़ोसी संतोष निषाद को अहमदाबाद लेकर गई थी। हालांकि, 3 महीने बाद भी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। दुर्ग में बढ़ते अपराध और नशाखोरी पर सवाल
फरार आरोपी को पकड़ने में नाकाम पुलिस

शांति नगर में परमेश्वर निर्मलकर की हत्या और उसके दोस्त जितेंद्र सोनी पर जानलेवा हमला करने वाला आरोपी विकास छत्री उर्फ पिंटू अब तक फरार है। हत्या से दो दिन पहले ही परमेश्वर की शादी हुई थी।
इस घटना के बाद क्षेत्रवासियों ने मोहन नगर थाने में विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव ने भी पुलिस अधीक्षक से मिलकर लोगों की समस्याओं को रखा। दुर्ग में बढ़ते अपराध और नशाखोरी पर सवाल
लोगों की मांग: अपराध पर लगे लगाम
नशाखोरी और बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए शहर के लोग सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस को नशे के कारोबार पर रोक लगाने और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। दुर्ग में बढ़ते अपराध और नशाखोरी पर सवाल









