रमन सरकार में बने थे स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO)
सुरेश चंद्राकर की सटीक पहचान में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। वह रमन सरकार के दौरान 2005 में स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) बने थे। सलवा जुडूम आंदोलन के खिलाफ सरकार द्वारा बस्तर के युवाओं को SPO के तौर पर भर्ती किया गया था, और सुरेश भी उनमें से एक थे। स्पेशल पुलिस ऑफिसर का काम था सरकार और पुलिस को सूचना देना और उनका सहयोग करना। इसके बाद सुरेश ने ठेकेदारी का काम शुरू किया। रमन सरकार में 10वीं फेल सुरेश चंद्राकर बने थे स्पेशल पुलिस ऑफिसर, पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या में आरोपी
10वीं फेल और भ्रष्टाचार के जरिए बनाई करोड़ों की संपत्ति
चर्चाओं के अनुसार, सुरेश चंद्राकर 10वीं फेल हैं, और बावजूद इसके उन्होंने PWD के जरिए बस्तर में सड़क, भवन जैसे निर्माण कार्यों में हाथ डाला। कथित भ्रष्टाचार के कारण सुरेश ने बहुत कम समय में करोड़ों रुपये की संपत्ति बना ली। स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि सुरेश चंद्राकर ने अपनी ठेकेदारी से जबरदस्त पैसा कमाया और एक बड़ा साम्राज्य खड़ा किया। रमन सरकार में 10वीं फेल सुरेश चंद्राकर बने थे स्पेशल पुलिस ऑफिसर, पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या में आरोपी
सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार ने खोला हत्या का राज
मुकेश चंद्राकर ने दिसंबर 2024 में बीजापुर जिले की एक सड़क में हुए भ्रष्टाचार को लेकर खबर प्रकाशित की थी। यह सड़क गंगालूर से नेलसनार तक बनाई जा रही थी, जिसकी लंबाई 52.40 किलोमीटर थी। मुकेश ने बताया कि इस सड़क की अनुमानित लागत पहले 56 करोड़ थी, लेकिन रिटेंडर के बाद इसे बढ़ाकर 120 करोड़ रुपये कर दिया गया था। यह खुलासा सुरेश चंद्राकर के खिलाफ था, जो इस निर्माण कार्य में शामिल थे। इस खबर ने सुरेश चंद्राकर को काफी गुस्से में ला दिया था, और माना जा रहा है कि यही हत्या का कारण बन गया। रमन सरकार में 10वीं फेल सुरेश चंद्राकर बने थे स्पेशल पुलिस ऑफिसर, पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या में आरोपी
मुकेश चंद्राकर की गुमशुदगी और मौत की मिस्ट्री
1 जनवरी 2025 को मुकेश चंद्राकर बीजापुर में अपने घर से बाहर निकले थे, लेकिन इसके बाद उनका फोन बंद हो गया और वह रात तक घर नहीं लौटे। उनके भाई युकेश चंद्राकर ने कई स्थानों पर उन्हें तलाशा, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। अंततः, गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई। कुछ दिन बाद, मुकेश चंद्राकर की लाश एक ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक में मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनकी हत्या गला घोंटकर और कुल्हाड़ी से वार करके की गई थी। रमन सरकार में 10वीं फेल सुरेश चंद्राकर बने थे स्पेशल पुलिस ऑफिसर, पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या में आरोपी
हत्या के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई
मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद पत्रकारों और स्थानीय लोगों ने बीजापुर नेशनल हाईवे-63 पर चक्काजाम किया और सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया और मामले की गहनता से जांच कर रही है। रमन सरकार में 10वीं फेल सुरेश चंद्राकर बने थे स्पेशल पुलिस ऑफिसर, पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या में आरोपी