कृषि के छात्र छात्रों को ग्रामीण अनुभव का मौका देता है (रावे) कार्यक्रम:- डीन कृषि महाविद्यालय फिंगेश्वर
गरियाबंद:-कृषि महाविद्यालय फिंगेश्वर के बी.एस.सी. (कृषि) चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों ने ग्रामीण कृषि कार्यानुभव (रावे) कार्यक्रम के तहत ग्राम किरवई गए कृषि महाविद्यालय फिंगेश्वर के डीन डॉ. निरंजन खरे ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि वे इस प्रशिक्षण को ईमानदारी से पूरा करते हैं, तो भविष्य में कृषि आधारित उद्योग स्थापित कर स्वरोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने सभी कृषि विज्ञान केंद्रों पर लगी प्रदर्शन इकाइयों का अवलोकन करने और कृषक समुदाय को दी जा रही सेवाओं का गहन निरीक्षण करने पर जोर दिया।रावे कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र विभिन्न कृषि विज्ञान के छेत्र में ग्रामीण कृषक समुदाय से कृषि की नवीनतम प्रौद्योगिकी का अनुभव प्राप्त करेंगे। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि प्रत्येक छात्र किसान के खेत में कम से कम पाँच पौधे लगाएं और राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कृषि योजनाओं के बारे में किसानों को जागरूक करें।
कार्यक्रम समन्वयक लेखराम वर्मा ने छात्रों को अनुशासित रहते हुए कृषक परिवारों के साथ कृषि के व्यवहारिक प्रशिक्षण को गंभीरता से लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह छात्रों के लिए एक अनूठा अवसर है जिसमें वे समन्वित कृषि तकनीक, पारंपरिक एवं उन्नत खेती, और पशुपालन तकनीकों को करीब से देख और सीख सकते हैं।
इन छात्र छात्रों ने इनमें भाग लिए गायत्री,सेजल, दुष्यंत, महेश्वर साहू, तोषण, दीपा, गीतांजलि, यास्मीन, नीलिमा, शिवम, लवकुश, अजय, हरदीप,