किसानों का हल्ला बोल: 9 सूत्रीय मांगों को लेकर CM निवास का घेराव, राजधानी में जाम की स्थिति
हॉफ बिजली बिल योजना और एग्रीस्टेक सुधार सहित कई मांगों पर अड़े किसान, शिक्षा मंत्री से वार्ता बेनतीजा

रायपुर: किसानों का हल्ला बोल: 9 सूत्रीय मांगों को लेकर CM निवास का घेराव, राजधानी में जाम की स्थिति, प्रदेशभर के किसानों ने सोमवार को अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर राजधानी रायपुर में बड़ा प्रदर्शन किया। भारतीय किसान संघ के बैनर तले हजारों की संख्या में किसान बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पर एकत्रित हुए और एक विशाल आमसभा का आयोजन किया। उनकी प्रमुख मांगों में हॉफ बिजली बिल योजना को पुनः लागू करना, एग्रीस्टेक पोर्टल की विसंगतियों को दूर करना, धान खरीदी की बकाया राशि का भुगतान और सिंचाई सुविधाओं का विस्तार शामिल था।
शिक्षा मंत्री से वार्ता, पर किसान असंतुष्ट
सुबह 11 बजे से ही प्रदेशभर से किसान बूढ़ातालाब धरना स्थल पर जुटने लगे थे। सभा को संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने संबोधित किया, जिसमें किसानों ने अपनी समस्याओं और मांगों को प्रमुखता से रखा। दोपहर करीब 3:30 बजे राज्य के शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों से मुलाकात की। उन्होंने गन्ना किसानों के लंबित भुगतान को जल्द जारी करने और धान खरीदी को लेकर कुछ आश्वासन दिए, लेकिन किसान उनकी बातों से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुए।9 सूत्रीय मांगों को लेकर CM निवास का घेराव, राजधानी में जाम की स्थिति
CM हाउस घेराव का प्रयास, पुलिस ने रोका
मंत्री से चर्चा के बाद भी अपनी मांगों पर कोई ठोस सहमति न बनने से नाराज किसानों ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने का ऐलान कर दिया। वे नारे लगाते हुए सीएम हाउस की ओर बढ़ने लगे, लेकिन पुलिस ने सप्रे शाला के पास टीन बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक दिया। इससे गुस्साए किसानों ने सड़क पर ही बैठकर जमकर नारेबाजी की। लगभग शाम 6 बजे यह धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।9 सूत्रीय मांगों को लेकर CM निवास का घेराव, राजधानी में जाम की स्थिति
किसानों की प्रमुख मांगें:
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घरेलू बिजली पर पुनः हॉफ बिजली बिल योजना लागू हो और कृषि पंपों को 24 घंटे बिजली मिले।
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पिछली सरकार की बकाया चौथी किस्त की राशि दीपावली से पहले भुगतान की जाए।
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एग्रीस्टेक पोर्टल की विसंगतियों को दूर किया जाए।
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धान की राशि 3100 रुपये में बढ़ा हुआ समर्थन मूल्य 186 रुपये जोड़कर दिया जाए।
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धान खरीदी 1 नवंबर से 15 फरवरी तक की जाए और किसानों से 40 किलो 700 ग्राम धान से अधिक न लिया जाए।
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खाद की कालाबाजारी बंद हो और सहकारी समितियों में पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित हो।
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प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ाया जाए और नहरों का पानी अंतिम गांव तक पहुंचे।
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दलहन-तिलहन की खेती पर 20 हजार रुपये अनुदान मिले और रबी में दलहन, तिलहन, मक्का व सूरजमुखी की खरीदी की जाए।
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कृषक उन्नति योजना में गन्ना फसल को जोड़ा जाए और गन्ने का समर्थन मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए।
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गन्ना किसानों की सभी लंबित राशि शीघ्र भुगतान की जाए।
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जैविक खेती में भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले अनुदान को छत्तीसगढ़ सरकार भी किसानों को दे।
राजधानी में लगा जाम, जनता हुई परेशान
किसानों के इस आंदोलन के चलते राजधानी में कई रास्तों को बंद कर दिया गया था, जिससे सड़कों पर भारी जाम लग गया। त्योहारों का समय होने के कारण पहले से ही भीड़भाड़ वाले इलाकों में यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।9 सूत्रीय मांगों को लेकर CM निवास का घेराव, राजधानी में जाम की स्थिति









