क्रेडिट कार्ड पर लोन: तुरंत पैसों का जुगाड़ या महंगा सौदा? लेने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान

नई दिल्ली। क्रेडिट कार्ड पर लोन: तुरंत पैसों का जुगाड़ या महंगा सौदा? लेने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान, महंगाई और अप्रत्याशित खर्चों के इस दौर में, तत्काल पैसों की जरूरत पूरी करने के लिए ‘क्रेडिट कार्ड लोन’ एक लोकप्रिय विकल्प बनकर उभरा है। बैंक या फाइनेंशियल कंपनियां आपके क्रेडिट कार्ड पर प्री-अप्रूव्ड लोन का ऑफर देती हैं, जो मिनटों में आपके खाते में आ जाता है। लेकिन इस सुविधा को अपनाने से पहले इसके हर पहलू को समझना बेहद जरूरी है, वरना यह आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।
आइए विस्तार से जानते हैं कि क्रेडिट कार्ड लोन कैसे काम करता है और इसे लेने से पहले आपको किन बातों की जांच करनी चाहिए।क्रेडिट कार्ड पर लोन: तुरंत पैसों का जुगाड़ या महंगा सौदा?
क्या है क्रेडिट कार्ड लोन और कैसे करता है काम?
क्रेडिट कार्ड लोन आपके कार्ड जारी करने वाले बैंक द्वारा दिया जाने वाला एक तरह का पर्सनल लोन है, जो पहले से ही स्वीकृत (प्री-अप्रूव्ड) होता है। बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री, समय पर बिल भुगतान और कार्ड के उपयोग के आधार पर आपको यह ऑफर देता है। यह लोन आपके क्रेडिट कार्ड के बिल से पूरी तरह अलग होता है। आवेदन करने पर लोन की राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है, जिसे आप मासिक किस्तों (EMI) में चुकाते हैं।क्रेडिट कार्ड पर लोन: तुरंत पैसों का जुगाड़ या महंगा सौदा?
क्रेडिट कार्ड लोन लेने से पहले इन 5 बातों को जरूर समझें
1. ब्याज दर की तुलना (Interest Rate Comparison)
क्रेडिट कार्ड लोन का सबसे बड़ा नुकसान इसकी ऊंची ब्याज दर है। यह दरें आमतौर पर 12% से 24% सालाना तक हो सकती हैं। हालांकि यह आपके क्रेडिट कार्ड के बिल पर लगने वाले 36% से 42% के ब्याज से कम है, लेकिन यह अक्सर पर्सनल लोन की ब्याज दरों से काफी ज्यादा होती है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपको इससे कम ब्याज पर पर्सनल लोन मिल सकता है।
2. क्रेडिट लिमिट और स्कोर पर असर (Impact on Credit Limit and Score)
जब आप क्रेडिट कार्ड पर लोन लेते हैं, तो लोन की राशि आपकी कुल क्रेडिट लिमिट में से ब्लॉक कर दी जाती है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी लिमिट 1 लाख रुपये है और आपने 50,000 का लोन लिया, तो आपकी खर्च करने की लिमिट केवल 50,000 रुपये रह जाएगी। इससे आपका ‘क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो’ (CUR) बढ़ जाता है, जो आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर डाल सकता है। साथ ही, EMI समय पर न चुकाने पर आपका स्कोर तेजी से गिर सकता है।
3. छिपे हुए शुल्क (Hidden Charges)
लोन लेते समय केवल ब्याज दर पर ही ध्यान न दें। कई बैंक प्रोसेसिंग फीस, EMI कन्वर्जन फीस और लोन को समय से पहले बंद करने पर प्री-पेमेंट चार्ज भी वसूलते हैं। ये शुल्क आपके लोन की कुल लागत को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, लोन के सभी नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
4. कोई कागजी कार्रवाई नहीं (No Documentation)
इस लोन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके लिए किसी भी तरह की कागजी कार्रवाई या लंबे अप्रूवल प्रोसेस की जरूरत नहीं होती। क्योंकि बैंक के पास आपकी जानकारी पहले से होती है, यह लोन तुरंत मिल जाता है। यह मेडिकल इमरजेंसी या अचानक आए किसी बड़े खर्च के लिए इसे एक सुविधाजनक विकल्प बनाता है।
5. कब लेना है सही फैसला? (When to Opt for it?)
क्रेडिट कार्ड लोन केवल तभी लेना समझदारी है जब आपको बहुत कम समय के लिए और तत्काल पैसों की जरूरत हो और आपके पास पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने का समय न हो। यह एक त्वरित समाधान है, लेकिन लंबी अवधि के लिए यह एक महंगा विकल्प साबित हो सकता है। इसे लेने से पहले अपनी चुकाने की क्षमता का आकलन जरूर कर लें।
संक्षेप में, क्रेडिट कार्ड लोन एक दोधारी तलवार की तरह है। यह तत्काल जरूरत में मददगार है, लेकिन अगर सावधानी नहीं बरती तो यह आपको कर्ज के जाल में फंसा सकता है।









