छत्तीसगढ़ में नौकरी का महाघोटाला: 38 महीने से फर्जी नियुक्ति पर ‘सरकारी नौकरी’ कर रहे थे 9 लोग, अब एक्शन!

मोहला: 38 महीने से फर्जी नियुक्ति पर ‘सरकारी नौकरी’ कर रहे थे 9 लोग, अब एक्शन!, छत्तीसगढ़ के नए जिलों में एक ऐसे नौकरी घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है। शिक्षा आयोग के एक फर्जी नियुक्ति आदेश के सहारे 9 लोगों ने न सिर्फ 38 महीने (3 साल से ज्यादा) तक सरकारी नौकरी की, बल्कि कलेक्ट्रेट और शिक्षा विभाग की मलाईदार कुर्सियों पर बैठकर लाखों रुपये का वेतन भी सरकारी खजाने से लिया।
मामला उजागर होने के बाद प्रशासन हरकत में आया है और मोहला कलेक्ट्रेट में तैनात दो कर्मचारियों को उनके विभागीय चार्ज से हटा दिया गया है।38 महीने से फर्जी नियुक्ति पर ‘सरकारी नौकरी’ कर रहे थे 9 लोग, अब एक्शन!
कैसे हुआ यह पूरा फर्जीवाड़ा?
यह पूरा खेल तब शुरू हुआ जब राजनांदगांव से अलग होकर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और खैरागढ़ नए जिले बने। प्रशासनिक उठापटक और नए जिले के गठन के शोर के बीच, 5 मई 2022 को ये लोग शिक्षा आयोग का एक फर्जी नियुक्ति पत्र, अवर सचिव सरोज उईके के नाम से एक तथाकथित पदस्थापना पत्र और सर्विस बुक लेकर पहुंचे।38 महीने से फर्जी नियुक्ति पर ‘सरकारी नौकरी’ कर रहे थे 9 लोग, अब एक्शन!
चौंकाने वाली बात यह है कि तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारियों और कलेक्ट्रेट के अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र की सत्यता की जांच करने के बजाय, सीधे इन्हें विभिन्न पदों पर जॉइनिंग दे दी, जो उनकी भूमिका को बेहद संदिग्ध बनाता है।38 महीने से फर्जी नियुक्ति पर ‘सरकारी नौकरी’ कर रहे थे 9 लोग, अब एक्शन!
पोस्टिंग स्कूलों में, काम कलेक्ट्रेट की मलाईदार कुर्सी पर
इस घोटाले का सबसे हैरान करने वाला पहलू यह है कि इन सभी 9 लोगों की पदस्थापना कागजों में विभिन्न हाई स्कूलों में कंप्यूटर ऑपरेटर और तृतीय श्रेणी कर्मचारी के रूप में दिखाई गई है। लेकिन असल में ये लोग मोहला और खैरागढ़ के कलेक्ट्रेट और शिक्षा विभाग में शिकायत शाखा, वित्त शाखा और डीएमएफ फंड जैसे महत्वपूर्ण और मलाईदार विभाग संभाल रहे थे।38 महीने से फर्जी नियुक्ति पर ‘सरकारी नौकरी’ कर रहे थे 9 लोग, अब एक्शन!
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मोहला में तैनात: शादाब उस्मान, अमीन शेख, डोलामनी मटारी, और आशुतोष सिंह कछवाहा। इनके वेतन भावसा, करमरी, मडियानवाडवी और जादूटोला जैसे हाई स्कूलों से निकाले जा रहे थे।
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खैरागढ़ में तैनात: रजिया अहमद, टीकम चंद, फागेंद्र कुमार सिंन्हा, और अजहर सिद्दीकी।
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मंत्रालय में तैनात: एच. अन्थोनी अम्मा नामक एक व्यक्ति के रायपुर मंत्रालय में पदस्थ होने की भी सूचना है।
मामला उजागर होने के बाद एक्शन में प्रशासन
मामला सामने आने के बाद मोहला कलेक्टर तूलिका प्रजापति ने जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। पहले कदम के तौर पर कलेक्ट्रेट में नियुक्त शादाब उस्मान और मोहम्मद अमीन शेख को उनके विभागीय चार्ज से हटा दिया गया है।38 महीने से फर्जी नियुक्ति पर ‘सरकारी नौकरी’ कर रहे थे 9 लोग, अब एक्शन!
FIR दर्ज कर हो कड़ी कार्रवाई: विपक्ष
इस फर्जीवाड़े पर राजनीतिक बवाल भी शुरू हो गया है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह और मोहला-मानपुर के विधायक इंद्र शाह मंडावी ने इस मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस घोटाले में लिप्त सभी लोगों के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज की जाए और उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो, जिनकी मिलीभगत से यह संभव हुआ।38 महीने से फर्जी नियुक्ति पर ‘सरकारी नौकरी’ कर रहे थे 9 लोग, अब एक्शन!









