
दुर्ग। दुर्ग जिले में एक बार फिर अवैध रेत खनन का मामला सामने आया है। धड़ल्ले से रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए रेत माफियों द्वारा रेत खनन किया जा रहा था। जिस पर जिले की राजस्व विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। जिला पंचायत पुष्पा अध्यक्ष भूनेश्वर यादव ने इस मामले में शिकायत तहसीलदार से की थी। जिसके बाद यह बड़ी कार्रवाई हुई है। सूत्रों के मुताबिक विभाग को जैसे ही बीती रात जेवरा सिरसा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन की सुचना मिली तो तत्काल दुर्ग तहसीलदार ख्याती नेताम ने अपनी टीम के साथ देर रात अवैध रेत खनन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो चेन माउंटेन सहित 12 हाइवा को जब्त कर लिया है।
लेकिन दूसरी तरफ जिला खनिज विभाग कुंभकर्णी की नींद में सोए रहे की। जो कार्यवाही खनिज विभाग को करना चाहिए वो कार्रवाई राजस्व विभाग कर रहा है। ऐसे में खनिज विभाग के ऊपर सवालिया निशान उठते है। क्या यह अवैध रेत उत्खनन का कार्य खनिज विभाग के अधिकारियो की आपसी सांठगांठ से चल रहा था? वैसे भी संपूर्ण दुर्ग जिले में खनिज विभाग से सांठगांठ कर धड़ल्ले से अवैध मुरूम उत्खनन एवम परिवहन का कार्य चल रहा है जिस पर विपक्ष के नेता भी मौन है। क्या छत्तीसगढ़ राज्य शासन खनिज विभाग के अधिकारियो पर कोई कार्यवाही करेगी या यूं ही भ्रष्टाचार करने के लिए ढील दे देगी। वैसे भी खनिज विभाग के चलते ईडी का छापा खनिज विभाग के आला अधिकारियों पर पढ़ चुका है।
तहसीलदार ख्याती नेताम को सूचना मिली थी कि जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन हो रहा है। वो तुरंत अपनी टीम लेकर मौके पर पहुंची। इस दौरान उनके साथ नायब तहसीलदार सत्येंद्र शुक्ला और दुर्ग पुलिस की टीम भी मौजूद रही। तहसीलदार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और सीधे रेत खनन कर रही दो चेन माउंटेन को बंद करवाया।
जैसी ही कार्रवाई शुरू हुई, मौके से बड़ी संख्या में हाईवा चालक फरार हो गए। रेत माफिया जब गाड़ी लेकर नहीं भाग पाए तो वे गाड़ियों को छोड़कर मौके से भाग गए। देर रात करीब 4 घंटे तक यह कार्रवाई चली। पुलिस और जिला प्रशासन की टीम अब यह पता लगाने में जुटी है कि जब्त गाड़ियां किसकी हैं। बताया जा रहा है कि, मामले में किसी तरह का कोई दबाव न आए इसको देखते हुए तहसीलदार ने कार्यवाही करने में जरा भी देर नहीं लगाई। उन्होंने देर रात 2 बजे ही जब्ती कार्यवाही पूरी करके गाड़ियों को पुलिस को सुपुर्द कर दिया।
वैसे तो दुर्ग जिला में अवैध रेत,मुरूम,गिट्टी उत्खनन एवम परिवहन कोई नई बात नही है यह सब खनिज विभाग की मौन सहमति से चल रहा है। काग्रेस सरकार के खुद कांग्रेस की जिला पंचायत अध्यक्ष की शिकायत पर यह कार्यवाही बड़ी मुश्किल से हुई है यह बहुत ही शर्मनाक बात है। जो कार्यवाही खनिज विभाग को करना चाहिए वो कार्रवाई राजस्व विभाग कर रहा है। ऐसे में खनिज विभाग के ऊपर सवालिया निशान उठते है। क्या यह अवैध रेत उत्खनन का कार्य खनिज विभाग के अधिकारियो की आपसी सांठगांठ से चल रहा था? वैसे भी संपूर्ण दुर्ग जिले में खनिज विभाग से सांठगांठ कर धड़ल्ले से अवैध मुरूम उत्खनन एवम परिवहन का कार्य चल रहा है जिस पर विपक्ष के नेता भी मौन है। क्या छत्तीसगढ़ राज्य शासन खनिज विभाग के अधिकारियो पर कोई कार्यवाही करेगी या यूं ही भ्रष्टाचार करने के लिए ढील दे देगी। वैसे भी खनिज विभाग के चलते ईडी का छापा खनिज विभाग के आला अधिकारियों पर पढ़ चुका है।









