कांकेरस्वास्थ्य

दर्दनाक हादसा: भजिया खाते समय सांस नली में फंसा टुकड़ा, युवक की तड़पकर मौत, गांव में पसरा मातम

कांकेर में दिल दहला देने वाला हादसा: भजिया बना मौत का कारण

दर्दनाक हादसा: भजिया खाते समय सांस नली में फंसा टुकड़ा, युवक की तड़पकर मौत, गांव में पसरा मातम, छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। दुर्गूकोंदल निवासी संतोष दुग्गा (पिता जगनूराम दुग्गा) की मौत भजिया खाते समय हुई एक छोटी सी चूक के कारण हो गई। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि मौत कभी भी, किसी भी रूप में आ सकती है।

WhatsApp Group Join Now
Facebook Page Follow Now
YouTube Channel Subscribe Now
Telegram Group Follow Now
Instagram Follow Now
Dailyhunt Join Now
Google News Follow Us!

सांस नली में फंसा भजिया का टुकड़ा, परिजनों की लाख कोशिशें नाकाम

जानकारी के अनुसार, 15 सितंबर की शाम करीब 6 बजे संतोष अपने घर पर बच्चों के साथ भजिया खा रहे थे। तभी अचानक उन्हें खांसी आई और भजिया का एक टुकड़ा उनकी सांस नली में फंस गया। परिजनों ने तुरंत पानी पिलाकर उसे निकालने का प्रयास किया, लेकिन सभी कोशिशें व्यर्थ साबित हुईं। संतोष की हालत बिगड़ती देख, परिजन उन्हें आनन-फानन में दुर्गूकोंदल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए।दर्दनाक हादसा: भजिया खाते समय सांस नली में फंसा टुकड़ा

इलाज में लापरवाही और एंबुलेंस की कमी ने ले ली जान!

परिजनों का आरोप है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उचित इलाज की व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण संतोष की हालत लगातार खराब होती चली गई। सांस लेने में अत्यधिक तकलीफ होने से वे बेहोश हो गए। बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल कांकेर रेफर कर दिया, लेकिन दुखद बात यह रही कि रेफरल के बाद भी एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई। काफी मशक्कत के बाद परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करनी पड़ी और एक निजी वाहन से संतोष को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।दर्दनाक हादसा: भजिया खाते समय सांस नली में फंसा टुकड़ा

जिला अस्पताल पहुंचने तक हो चुकी थी देर

जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सांस की नली में फंसे भजिया के टुकड़े और लंबे समय तक पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलने के कारण संतोष दुग्गा ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि संतोष पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ भी चल रहे थे, जिसने इस घटना को और भी घातक बना दिया।दर्दनाक हादसा: भजिया खाते समय सांस नली में फंसा टुकड़ा

दिन भर रहना है एनर्जेटिक? सुबह नाश्ते में पिएं ये 'सुपर ड्रिंक', 5 मिनट में बनता है ड्राई फ्रूट्स मिल्कशेक

गांव में पसरा मातम, स्वास्थ्य सुविधाओं पर उठे गंभीर सवाल

संतोष की मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। नम आंखों से परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय पर एंबुलेंस और बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल पाती, तो शायद संतोष की जान बचाई जा सकती थी। इस घटना ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और आपातकालीन सेवाओं की धीमी व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाए और आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस की तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।दर्दनाक हादसा: भजिया खाते समय सांस नली में फंसा टुकड़ा

Related Articles

WP Radio
WP Radio
OFFLINE LIVE
सैकड़ो वर्षो से पहाड़ की चोटी पर दिका मंदिर,51 शक्ति पीठो में है एक,जानिए डिटेल्स शार्ट सर्किट की वजह से फर्नीचर कंपनी के गोदाम में लगी आग महेश नवमी का माहेश्वरी समाज से क्या है संबंध? भारत ऑस्ट्रेलिया को हराकर टी20 वर्ल्ड कप से कर सकता है बाहर बिना कुछ पहने सड़को पर निकल गई उर्फी जावेद , देखकर बोले फैंस ये क्या छत्तीसगढ़ पुलिस कांस्टेबल शारीरिक दक्षता परीक्षा की तारीख घोषित, जानें पूरी डिटेल एक जुलाई से बदलने वाला है IPC, जाने क्या होने जा रहे है बदलाव WhatsApp या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से नहीं दिया जा सकता धारा 41ए CrPC/धारा 35 BNSS नोटिस The 12 Best Superfoods for Older Adults Mother died with newborn case : महिला डॉक्टर समेत 2 नर्सों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज