UAN बनाने का नियम बदला: अब चेहरा दिखाकर बनेगा PF अकाउंट, जानें आप पर क्या होगा असर

नई दिल्ली | UAN बनाने का नियम बदला: अब चेहरा दिखाकर बनेगा PF अकाउंट, जानें आप पर क्या होगा असर, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने कर्मचारियों की सुरक्षा और सुविधा को बढ़ाते हुए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) बनाने की प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव किया है। 1 अगस्त से कोई भी नया UAN अब आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी (FAT) के जरिए ही बनाया जाएगा। इस संबंध में EPFO ने 30 जुलाई को एक सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
यह कदम UAN जनरेशन प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित और गड़बड़ी रहित बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।UAN बनाने का नियम बदला: अब चेहरा दिखाकर बनेगा PF अकाउंट
क्या होता है UAN और क्यों है यह जरूरी?
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) हर कर्मचारी को मिलने वाला एक 12 अंकों का यूनिक आईडी होता है। यह एक स्थायी नंबर है जो नौकरी बदलने पर भी नहीं बदलता। इसी नंबर के जरिए कर्मचारी अपने प्रोविडेंट फंड (PF) खाते की जानकारी, बैलेंस चेक करना, एडवांस निकालना या पीएफ ट्रांसफर जैसी जरूरी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। बिना UAN के पीएफ से जुड़ी कोई भी प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकती।
सबसे अहम सवाल: किन पर लागू होगा यह नियम?
EPFO ने स्पष्ट किया है कि यह नया फेस ऑथेंटिकेशन नियम केवल उन कर्मचारियों पर लागू होगा जो अब नौकरी शुरू करेंगे और पहली बार पीएफ से जुड़ेंगे।UAN बनाने का नियम बदला: अब चेहरा दिखाकर बनेगा PF अकाउंट
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नए कर्मचारियों के लिए: UAN बनवाने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन अनिवार्य होगा।
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मौजूदा कर्मचारियों पर: जो कर्मचारी पहले से पीएफ सिस्टम का हिस्सा हैं और जिनके पास UAN है, उन पर इस नियम का कोई असर नहीं पड़ेगा।
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अंतरराष्ट्रीय कामगार: नेपाल और भूटान के नागरिकों सहित अंतरराष्ट्रीय कामगारों के लिए नियोक्ता (कंपनी) आधारित UAN बनाने की पुरानी व्यवस्था जारी रहेगी।
कैसे होगी पूरी प्रक्रिया?
नए कर्मचारियों को UAN जनरेट करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की सेवाओं वाले UMANG ऐप का इस्तेमाल करना होगा। इसी ऐप के माध्यम से फेस ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।UAN बनाने का नियम बदला: अब चेहरा दिखाकर बनेगा PF अकाउंट
कंपनियों और कर्मचारियों की चिंताएं
इस नए नियम को लेकर कुछ चिंताएं भी सामने आई हैं। खासकर मैनपावर सप्लाई करने वाली स्टाफिंग कंपनियों ने इस पर अपनी आपत्ति जताई है। इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन (ISF) के अनुसार, कई कर्मचारियों के आधार कार्ड से उनका मोबाइल नंबर लिंक नहीं है, जिससे प्रक्रिया में दिक्कत आ सकती है। इसके अलावा, अलग-अलग स्मार्टफोन के कैमरा की क्वालिटी भिन्न होने के कारण फेस ऑथेंटिकेशन के कई बार फेल होने का भी अंदेशा है, जिससे कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।UAN बनाने का नियम बदला: अब चेहरा दिखाकर बनेगा PF अकाउंट
EPFO का मानना है कि इस तकनीक से डुप्लीकेट अकाउंट और गलत जानकारी जैसी समस्याओं पर रोक लगेगी, जिससे भविष्य में कर्मचारियों को ही फायदा होगा।UAN बनाने का नियम बदला: अब चेहरा दिखाकर बनेगा PF अकाउंट









