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ट्रेड टैरिफ को लेकर चल रहे तनाव के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने बदला भारत में अपना राजदूत।
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लंबे समय से सहयोगी रहे सर्जियो गोर को दी गई भारत के नए अमेरिकी राजदूत की जिम्मेदारी।
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ट्रंप ने कहा- मुझे ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी जिस पर मैं पूरी तरह भरोसा कर सकूं।
नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच 50% टैरिफ को लेकर चल रहे व्यापारिक तनाव के बीच, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और आगामी चुनावों के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा कूटनीतिक फैसला लिया है। उन्होंने भारत में अमेरिकी राजदूत को बदलने की घोषणा करते हुए अपने सबसे भरोसेमंद और लंबे समय से सहयोगी रहे सर्जियो गोर को इस महत्वपूर्ण पद के लिए नामित किया है।भारत से टैरिफ पर तनातनी के बीच ट्रंप का बड़ा दांव
टैरिफ विवाद के बीच बड़ा कूटनीतिक बदलाव
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में कुछ खटास देखने को मिल रही है। डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि वह सर्जियो गोर को न केवल भारत में अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में नियुक्त कर रहे हैं, बल्कि उन्हें दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपेंगे। यह नियुक्ति भारत के साथ भविष्य के संबंधों को लेकर ट्रंप की रणनीति को दर्शाती है।भारत से टैरिफ पर तनातनी के बीच ट्रंप का बड़ा दांव
कौन हैं सर्जियो गोर और क्यों हैं ट्रंप के इतने खास?
सर्जियो गोर कोई साधारण राजनयिक नहीं हैं, बल्कि ट्रंप के सबसे करीबी और वफादार सहयोगियों में से एक हैं। ट्रंप ने उनकी तारीफ करते हुए बताया कि राष्ट्रपति कार्मिक निदेशक के रूप में गोर ने उनकी “अमेरिका फर्स्ट” विचारधारा वाले लगभग 4,000 लोगों को रिकॉर्ड समय में सरकारी पदों पर नियुक्त किया था। ट्रंप ने लिखा:
“सर्जियो एक बेहतरीन दोस्त हैं जो कई सालों से मेरे साथ हैं। उन्होंने मेरे राष्ट्रपति चुनाव अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, मेरी बेस्टसेलिंग किताबों को प्रकाशित करने में मदद की और हमारे आंदोलन को समर्थन देने वाले सबसे बड़े सुपर पैक्स में से एक का संचालन किया।”भारत से टैरिफ पर तनातनी के बीच ट्रंप का बड़ा दांव
ट्रंप का एजेंडा: “जिस पर पूरा भरोसा कर सकूं, उसे ही भेजा”
ट्रंप ने इस नियुक्ति के पीछे की अपनी मंशा को भी साफ किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र है, और यहां एक ऐसे व्यक्ति का होना जरूरी है जिस पर वह अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से भरोसा कर सकें। उन्होंने कहा, “यह जरूरी है कि मेरे पास कोई ऐसा व्यक्ति हो जो मेरे एजेंडे को पूरा करे और अमेरिका को फिर से महान बनाने (Make America Great Again) में हमारी मदद करे। सर्जियो एक बेहतरीन राजदूत साबित होंगे।”भारत से टैरिफ पर तनातनी के बीच ट्रंप का बड़ा दांव
ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों ने फैसले को सराहा
ट्रंप के इस फैसले का उनके शीर्ष सहयोगियों ने भी स्वागत किया है। उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वेंस ने लिखा, “सर्जियो एक महान व्यक्ति हैं और भारत में हमारे देश के एक शानदार राजदूत साबित होंगे। हमारी हाल की कई सफलताएं सर्जियो की कड़ी मेहनत का ही परिणाम हैं।” यह नियुक्ति दर्शाती है कि अगर ट्रंप सत्ता में लौटते हैं, तो वह भारत के साथ संबंधों को अपनी शर्तों पर और अपने सबसे भरोसेमंद लोगों के जरिए ही आगे बढ़ाएंगे।भारत से टैरिफ पर तनातनी के बीच ट्रंप का बड़ा दांव









