बैंकिंग सेवाओं पर महंगाई की मार, एटीएम से कैश निकालने पर अब देना होगा ज्यादा चार्ज
नई दिल्ली: अगर आप अक्सर एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो यह खबर आपके लिए है! 1 मई 2024 से एटीएम ट्रांजैक्शन महंगा होने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इंटरचेंज फीस बढ़ाने की अधिसूचना जारी की है, जिससे अब फ्री लिमिट खत्म होने के बाद हर ट्रांजैक्शन पर 17 रुपये की जगह 19 रुपये लगेंगे। 1 मई से एटीएम से पैसे निकालना हुआ महंगा, ट्रांजैक्शन चार्ज में बढ़ोतरी
ATM ट्रांजैक्शन पर बढ़े चार्ज
✔️ कैश निकासी शुल्क – पहले 17 रुपये था, अब 19 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन
✔️ बैलेंस चेक शुल्क – पहले 6 रुपये था, अब 7 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन
कौन-कौन होगा प्रभावित?
➡️ मेट्रो शहरों में: दूसरे बैंक के एटीएम से 5 बार फ्री ट्रांजैक्शन मिलते हैं, उसके बाद बढ़ा हुआ चार्ज लागू होगा।
➡️ गैर-मेट्रो इलाकों में: हर महीने 3 फ्री ट्रांजैक्शन के बाद यह नया शुल्क लागू होगा।
➡️ छोटे बैंक ग्राहक: जो बड़े बैंकों के एटीएम नेटवर्क पर निर्भर हैं, उन्हें ज्यादा प्रभाव झेलना पड़ेगा। 1 मई से एटीएम से पैसे निकालना हुआ महंगा, ट्रांजैक्शन चार्ज में बढ़ोतरी
क्यों बढ़ा एटीएम चार्ज?
व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटरों ने बढ़ती परिचालन लागत के कारण RBI से शुल्क बढ़ाने की मांग की थी। डिजिटल पेमेंट (UPI, वॉलेट ट्रांजैक्शन) बढ़ने से एटीएम का उपयोग घटा है, जिससे इसकी सुविधाएं बनाए रखने में बैंकों का खर्च बढ़ रहा है। 1 मई से एटीएम से पैसे निकालना हुआ महंगा, ट्रांजैक्शन चार्ज में बढ़ोतरी
डिजिटल ट्रांजैक्शन की ओर बढ़ता भारत
भारत में UPI और ऑनलाइन वॉलेट की बढ़ती लोकप्रियता के कारण कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा मिल रहा है। हालांकि, ग्रामीण और सेमी-अर्बन इलाकों में अभी भी नकद निकासी की जरूरत बनी हुई है।
– यात्रियों, छोटे व्यापारियों और वरिष्ठ नागरिकों को एटीएम फीस में बढ़ोतरी का अधिक असर पड़ सकता है।
– अगर आपको अनावश्यक शुल्क से बचना है, तो डिजिटल ट्रांजैक्शन को प्राथमिकता दें और मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन लिमिट का सही इस्तेमाल करें। 1 मई से एटीएम से पैसे निकालना हुआ महंगा, ट्रांजैक्शन चार्ज में बढ़ोतरी