जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत, कई झुलसे
जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर स्लीपर बस में दर्दनाक हादसा, डिग्गी में रखे पटाखों से फैली आग — दरवाजा लॉक होने से फंस गए यात्री, डीएनए टेस्ट से हो रही पहचान

जैसलमे जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत, कई झुलसे, जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर मंगलवार दोपहर एक दर्दनाक हादसे ने पूरे राजस्थान को झकझोर कर रख दिया। केके ट्रेवल्स की एसी स्लीपर बस अचानक आग की लपटों में घिर गई, जिसमें 12 यात्रियों की मौत हो गई और 16 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। हादसा दोपहर करीब 3:30 बजे हुआ, जब बस जैसलमेर की ओर जा रही थी। बस में उस वक्त 57 यात्री सवार थे।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस की डिग्गी में पटाखे रखे गए थे, जिनमें आग लगने से पूरा वाहन जल उठा। बताया जा रहा है कि बस में शॉर्ट सर्किट हुआ, जिससे डिग्गी में रखे पटाखे फटने लगे और कुछ ही मिनटों में पूरी बस आग की लपटों में समा गई।जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत,
दरवाजा लॉक हुआ, यात्री जिंदा जल गए
स्थानीय लोगों के मुताबिक, बस से अचानक तेज धमाके जैसी आवाज आई और कुछ ही पलों में लपटें चारों ओर फैल गईं। हादसे के वक्त बस का मुख्य दरवाजा लॉक हो गया था, जिससे यात्री अंदर फंस गए। कई यात्रियों ने खिड़कियां तोड़कर निकलने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही बाहर निकल पाए। बाकी यात्री धुएं और आग में फंसकर जिंदा जल गए।जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत,
स्लीपर बसों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस हादसे ने स्लीपर बसों की सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। जांच में पता चला कि बस को बिना तकनीकी मंजूरी के लोकल तौर पर मॉडिफाई किया गया था। बस में इमरजेंसी एक्जिट नहीं था, केवल एक ही गेट था। वहीं, एसी सिस्टम भी बिना अधिकृत अनुमोदन के लगाया गया था।
परिवहन विभाग की लापरवाही और बस ऑपरेटर की गैरजिम्मेदारी पर अब गंभीर सवाल उठ रहे हैं।जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत,
सेना और स्थानीय लोगों ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे की खबर मिलते ही सेना, पुलिस और स्थानीय लोगों ने राहत अभियान शुरू किया। जेसीबी की मदद से बस का गेट तोड़ा गया और घायलों को बाहर निकाला गया। हालांकि, आग इतनी भीषण थी कि कई यात्रियों को बचाया नहीं जा सका। दमकल की टीम करीब 45 मिनट बाद मौके पर पहुंची, तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत,
डीएनए से होगी मृतकों की पहचान
आग की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई शव बुरी तरह झुलस गए हैं, जिनकी पहचान संभव नहीं है। प्रशासन ने डीएनए टेस्ट के जरिए मृतकों की पहचान शुरू कर दी है। परिजनों के सैंपल लिए जा रहे हैं ताकि पहचान के बाद शवों का अंतिम संस्कार कराया जा सके।जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत,
मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदार अधिकारियों तथा बस मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत,
जैसलमेर का यह हादसा केवल एक त्रासदी नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही का भयावह उदाहरण है। बिना मंजूरी के मॉडिफाई बसें, सुरक्षा मानकों की अनदेखी और परिवहन विभाग की ढिलाई ने कई निर्दोष जिंदगियां लील लीं। अब देखना होगा कि सरकार की जांच कितनी गहराई तक जाती है और क्या भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाते हैं।जैसलमेर में एसी बस बनी आग का तांडव: पटाखों से लगी भीषण आग में 12 यात्रियों की मौत,









