आगरा में हाई अलर्ट: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद ताजमहल समेत पूरे शहर की सुरक्षा चाक-चौबंद, मॉक ड्रिल जारी

आगरा में हाई अलर्ट: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद ताजमहल समेत पूरे शहर की सुरक्षा चाक-चौबंद, मॉक ड्रिल जारी
आगरा: कथित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद ऐतिहासिक शहर आगरा में सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत कड़ी कर दी गई है और हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल की सुरक्षा में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सेना के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में रहने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। आम जनता को सतर्क करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों के तहत शहर में सायरन बजाए जाएंगे और मॉक ड्रिल का सिलसिला शुरू हो गया है।आगरा में हाई अलर्ट
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, छुट्टियों पर रोक
सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। सैन्य क्षेत्रों के आसपास विशेष सतर्कता बरती जा रही है और खुफिया एजेंसियां मिश्रित आबादी वाले इलाकों में अपनी सक्रियता बढ़ा चुकी हैं।आगरा में हाई अलर्ट
पुलिस आयुक्त ने दिए दिशा-निर्देश, सोशल मीडिया पर पैनी नजर
बुधवार दोपहर को पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने पुलिस अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। पुलिस टीमों ने मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पैदल गश्त की और स्थानीय लोगों से बातचीत कर उन्हें सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया।आगरा में हाई अलर्ट
सोशल मीडिया सेल को 24 घंटे सक्रिय रहने और किसी भी प्रकार की अफवाह या भ्रामक सूचना पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) को विशेष रूप से उन लोगों पर नजर रखने को कहा गया है जिनके रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। उन्हें यह भी हिदायत दी गई है कि वे पाकिस्तान में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को कोई भी ऐसा वीडियो या संदेश साझा न करें जो उनके लिए मुसीबत का कारण बन सके। सेना के किसी भी मूवमेंट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करने पर भी सख्त पाबंदी लगाई गई है।आगरा में हाई अलर्ट
मॉक ड्रिल और फायर स्टेशनों की तैयारी
मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि शहर में नौ स्थानों पर फायर स्टेशन कार्यरत हैं, जिनमें ईदगाह, संजय प्लेस, ताजनगरी, शास्त्रीपुरम, एत्मादपुर, बाह, फतेहाबाद, खेरागढ़ और किरावली शामिल हैं। सभी फायर स्टेशनों पर स्टेटिक सायरन लगाए गए हैं, जिनकी आवाज रात के समय दो किलोमीटर दूर तक सुनी जा सकती है। प्रत्येक मॉक ड्रिल में फायर ब्रिगेड की टीम को शामिल किया जा रहा है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए फोम का अतिरिक्त भंडारण भी किया गया है।आगरा में हाई अलर्ट
यह हाई अलर्ट और सुरक्षा के कड़े इंतजाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की संवेदनशीलता और संभावित खतरों को देखते हुए उठाए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।आगरा में हाई अलर्ट









