ED ने DMF घोटाला मामले में कोर्ट में पेश किया 8 हजार पन्नों का चालान

रायपुर: छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित DMF घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा कदम उठाया है। सोमवार को ED ने इस मामले में कोर्ट में 8,021 पन्नों का चालान पेश किया, जिसमें 169 पन्ने प्रॉसिक्यूशन कंप्लेन के हैं। यह चालान 90 करोड़ 48 लाख 22 हजार 255 रुपये के घोटाले को उजागर करता है। ED ने DMF घोटाला मामले में कोर्ट में पेश किया 8 हजार पन्नों का चालान
16 आरोपियों के खिलाफ चालान
ED ने निलंबित IAS अधिकारी रानू साहू, माया वारियर और अन्य 16 आरोपियों के खिलाफ यह चालान पेश किया है। मामले में गिरफ्तार ठेकेदार मनोज कुमार द्विवेदी की रिमांड खत्म होने के बाद यह कार्रवाई की गई। बताया गया कि ठेकेदार मनोज द्विवेदी ने DMF के कामों में ठेका दिलाने के लिए अवैध वसूली की और इस राशि को IAS रानू साहू तक पहुंचाया। ED ने DMF घोटाला मामले में कोर्ट में पेश किया 8 हजार पन्नों का चालान
कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?
ED ने माया वारियर से पूछताछ के बाद ठेकेदार मनोज द्विवेदी को गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार, मनोज द्विवेदी ने दूसरे ठेकेदारों से लगभग 12 करोड़ रुपये वसूले, जिसमें से 7-8 करोड़ रुपये उसने खुद भी कमाए। इस मामले में उसका एनजीओ ‘उद्गम सेवा समिति’ भी संदिग्ध है, जो DMF के कार्य दिलाने में संलिप्त पाया गया। ED ने DMF घोटाला मामले में कोर्ट में पेश किया 8 हजार पन्नों का चालान
ED की अब तक की कार्रवाई
- ED ने आरोपी मनोज द्विवेदी से पहले भी कई बार पूछताछ की थी।
- माया वारियर को भी कुछ समय पहले गिरफ्तार किया गया था।
- ठेकेदारों से वसूली गई राशि को IAS रानू साहू तक पहुंचाने के साक्ष्य ED ने जुटाए हैं। ED ने DMF घोटाला मामले में कोर्ट में पेश किया 8 हजार पन्नों का चालान
DMF घोटाले का दायरा और आरोप
DMF (जिला खनिज निधि) का उपयोग जिले के विकास कार्यों में किया जाना था। लेकिन ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत से इसमें भारी अनियमितताएं सामने आईं। ED ने इस मामले में IAS अधिकारियों और ठेकेदारों की भूमिका को गंभीरता से जांचा है। ED ने DMF घोटाला मामले में कोर्ट में पेश किया 8 हजार पन्नों का चालान









