धार्मिक आयोजनों में मनमानी वसूली बंद! पार्किंग शुल्क लेने वाली समितियों पर होगी FIR, कलेक्टर सख्त

धार्मिक आयोजनों में मनमानी वसूली बंद! पार्किंग शुल्क लेने वाली समितियों पर होगी FIR, कलेक्टर सख्त, भिलाई में आगामी गणेश उत्सव और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों से पहले प्रशासन ने एक बड़ा और सराहनीय कदम उठाया है। अब धार्मिक आयोजनों की आड़ में पंडाल दर्शन या पार्किंग के नाम पर होने वाली अवैध और मनमानी वसूली पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। दुर्ग कलेक्टर ने इस संबंध में सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि नियमों का उल्लंघन करने वाली समितियों के खिलाफ अब सीधी कार्रवाई की जाएगी।
क्यों लिया गया यह सख्त फैसला?
यह कार्रवाई भिलाई के एक समाजसेवी जसप्रीत सिंह की शिकायत के बाद हुई है। उन्होंने कलेक्टर और बीएसपी प्रबंधन को बताया था कि कैसे भिलाई टाउनशिप के सेक्टर-1 से लेकर सेक्टर-9 तक धार्मिक उत्सवों के दौरान श्रद्धालुओं से खुली लूट की जाती है। शिकायत के अनुसार:
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पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली: समितियों द्वारा पार्किंग के नाम पर 20 रुपये से लेकर 100 रुपये तक वसूले जा रहे थे।
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महंगा पड़ता था दर्शन: एक परिवार को एक पंडाल में दर्शन करने के लिए पार्किंग और अन्य शुल्कों को मिलाकर 400 से 500 रुपये तक खर्च करने पड़ते थे।
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सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं: पैसे लेने के बावजूद वाहनों की सुरक्षा की कोई जिम्मेदारी नहीं ली जाती थी।
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समितियों की दादागिरी: पार्किंग शुल्क देने से मना करने पर समिति के सदस्य श्रद्धालुओं और महिलाओं से अभद्र व्यवहार करते थे।
कलेक्टर का स्पष्ट निर्देश: निःशुल्क पार्किंग अनिवार्य, वरना अनुमति रद्द
मामले की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग कलेक्टर अभिजीत सिंह ने नगर निगम के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। अब किसी भी धार्मिक आयोजन की अनुमति देने से पहले निम्नलिखित शर्तें सुनिश्चित की जाएंगी:
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कोई पार्किंग शुल्क नहीं: किसी भी समिति को श्रद्धालुओं से पार्किंग शुल्क वसूलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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निःशुल्क पार्किंग की व्यवस्था: आयोजकों को अपने स्तर पर पर्याप्त और निःशुल्क पार्किंग की व्यवस्था करनी होगी।
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सड़क पर पार्किंग तो अनुमति निरस्त: अगर पार्किंग की सही व्यवस्था नहीं हुई और गाड़ियां सड़कों पर लगीं, तो आयोजन की अनुमति तत्काल निरस्त कर दी जाएगी।
श्रद्धालुओं ने ली राहत की सांस
प्रशासन के इस कड़े रुख के बाद उम्मीद की जा रही है कि इस बार श्रद्धालु बिना किसी आर्थिक बोझ और भय के पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ त्योहारों का आनंद ले सकेंगे। समाजसेवी जसप्रीत सिंह ने मांग की है कि ऐसी समितियां जो व्यावसायिक तरीके से वसूली करती हैं, उन पर मनोरंजन कर भी लगाया जाना चाहिए। पार्किंग शुल्क लेने वाली समितियों पर होगी FIR, कलेक्टर सख्त









