बलौदा बाजार : जानलेवा इलाज चला रहे झोलाछाप डॉक्टर, प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में

बलौदाबाजार। जिले में बिना मेडिकल डिग्री या रजिस्ट्रेशन के झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। एक अनुमान के मुताबिक, जिले में 1000 से ज्यादा अवैध क्लीनिक चल रही हैं, जहाँ बिना किसी योग्यतानुसार इलाज किया जा रहा है। इन डॉक्टरों द्वारा मामूली बीमारियों में भी हाई डोज़ की दवाएं दी जा रही हैं, जो मरीजों के जीवन के लिए घातक साबित हो रही हैं। प्रशासन की उदासीनता इस गंभीर मुद्दे पर सवाल उठाती है कि आखिर कब होगी इन अवैध क्लीनिकों पर कार्रवाई? बलौदा बाजार : जानलेवा इलाज चला रहे झोलाछाप डॉक्टर, प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में
बढ़ता झोलाछाप डॉक्टरों का कारोबार
जिले में झोलाछाप डॉक्टरों ने छोटे-छोटे क्लीनिक खोलकर अपना खुद का “निजी अस्पताल” बना रखा है। कोई मेडिकल स्टोर की आड़ में इलाज कर रहा है तो कोई खुल्लमखुल्ला खुद को डॉक्टर और जनरल प्रैक्टिशनर बताकर मरीजों का शोषण कर रहा है। यहाँ तक कि कुछ लोग तांत्रिक इलाज का भी सहारा ले रहे हैं। अवैध पैथोलॉजी लैब्स और ऑपरेशन थिएटर भी खुल गए हैं, जहाँ बिना किसी योग्यता के ऑपरेशन तक किए जा रहे हैं। बलौदा बाजार : जानलेवा इलाज चला रहे झोलाछाप डॉक्टर, प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में
प्रशासन की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार का आरोप
लगातार मीडिया में खबरें प्रकाशित होने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। जिले के प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में भी यह मामला लाया गया है, लेकिन फिर भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस दिशा में कोई सख्त कदम नहीं उठा रहे हैं। कहा जा रहा है कि झोलाछाप डॉक्टरों का एक संगठन है, जो उच्च अधिकारियों को हर महीने कमीशन और नजराना देकर अपना अवैध कारोबार धड़ल्ले से चला रहे हैं। बलौदा बाजार : जानलेवा इलाज चला रहे झोलाछाप डॉक्टर, प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में
झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही से बढ़ता मरीजों का खतरा
झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी मेडिकल टेस्ट के मरीजों का इलाज करते हैं, और जब मरीज की हालत बिगड़ जाती है तो हाथ खड़े कर देते हैं। गरीब और अनपढ़ लोग इनके जाल में फंसकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। इनका सिर्फ एक उद्देश्य है—पैसे कमाना, चाहे इसके लिए किसी की जान ही क्यों न चली जाए। बलौदा बाजार : जानलेवा इलाज चला रहे झोलाछाप डॉक्टर, प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में
सीएमएचओ का निर्देश, लेकिन कार्रवाई का इंतजार
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने जिले के सभी एसडीएम को इन अवैध क्लीनिकों और झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। 20 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक किसी भी एसडीएम द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे यह मुद्दा अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर प्रशासन और झोलाछाप डॉक्टरों के बीच कैसी सांठगांठ है, जिसके कारण ये अवैध क्लीनिक धड़ल्ले से चल रहे हैं। बलौदा बाजार : जानलेवा इलाज चला रहे झोलाछाप डॉक्टर, प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में
प्रशासन की प्रतिक्रिया
एसडीएम बलौदाबाजार अमित गुप्ता ने कहा कि उन्होंने निरीक्षण के आदेश दिए हैं, और रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, बाकी अधिकारियों ने इस मामले में कोई ठोस बयान नहीं दिया है। बलौदा बाजार : जानलेवा इलाज चला रहे झोलाछाप डॉक्टर, प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में
संभावित समाधान
- सख्त प्रशासनिक कार्रवाई: सभी झोलाछाप डॉक्टरों और अवैध पैथोलॉजी लैब्स की जांच कर तत्काल प्रभाव से इन्हें बंद किया जाए।
- जन जागरूकता अभियान: ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल सेवाओं और झोलाछाप डॉक्टरों के खतरों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए।
- नियमित निरीक्षण और मॉनिटरिंग: स्वास्थ्य विभाग को नियमित रूप से इन क्षेत्रों का निरीक्षण करना चाहिए ताकि ऐसी अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। बलौदा बाजार : जानलेवा इलाज चला रहे झोलाछाप डॉक्टर, प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में








