छत्तीसगढ़ में हाथी का आतंक: शराब की गंध से भड़का ‘मखाना’, युवक को कुचलकर मार डाला, 15 गांवों में हाई अलर्ट

छत्तीसगढ़ में हाथी का आतंक: शराब की गंध से भड़का ‘मखाना’, युवक को कुचलकर मार डाला, 15 गांवों में हाई अलर्ट
मुख्य बिंदु:
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धमतरी जिले में एक आदमखोर हाथी ने एक और जान ले ली।
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महुआ शराब की गंध से हाथी के आक्रामक होने की आशंका।
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‘मखाना’ नाम का यह नर हाथी अकेला घूम रहा है, जो ज्यादा खतरनाक है।
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वन विभाग ने 15 से अधिक गांवों में हाई अलर्ट जारी कर जंगल जाने पर रोक लगाई।
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पिछले 4 सालों में हाथियों के हमले में 15 लोगों की मौत हो चुकी है।
धमतरी, :शराब की गंध से भड़का ‘मखाना, छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के जंगलों में हाथियों का खौफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार देर रात एक और दर्दनाक घटना में, एक नर हाथी ने 40 वर्षीय युवक को पटक-पटक कर मार डाला। इस घटना के बाद से इलाके के 15 से ज्यादा गांवों में दहशत का माहौल है और वन विभाग ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
शराब की महक और मौत का हमला: क्या हुआ उस रात?
शनिवार देर रात करीब 7:30 बजे, ग्राम लीलर के रहने वाले देवचरण कंवर (40) और ईश्वर कुंजाम (35) महुआ शराब पीकर एक पगडंडी के रास्ते से घर लौट रहे थे। तभी उनका सामना ‘मखाना’ नाम के एक विशाल नर हाथी से हो गया। बताया जा रहा है कि महुआ शराब की तेज गंध से हाथी आक्रामक हो गया और उसने दोनों युवकों पर हमला कर दिया।शराब की गंध से भड़का ‘मखाना
ईश्वर कुंजाम तो किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे, लेकिन देवचरण कंवर हाथी की चपेट में आ गए। हाथी ने उन्हें अपनी सूंड से उठाकर जमीन पर पटक दिया और कुचलकर मार डाला।शराब की गंध से भड़का ‘मखाना
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई और परिवार को मुआवजा
घटना की सूचना मिलते ही डीएफओ (जिला वन अधिकारी) श्रीकृष्ण कुमार जाधव समेत वन विभाग की पूरी टीम मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। वन विभाग ने पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता के तौर पर 25,000 रुपये की राशि प्रदान की है। विभागीय प्रक्रिया पूरी होने के बाद मृतक के परिजनों को 5.75 लाख रुपये का अतिरिक्त मुआवजा दिया जाएगा।शराब की गंध से भड़का ‘मखाना
कौन है यह ‘मखाना’ हाथी? क्यों है इतना खतरनाक?
डीएफओ ने बताया कि यह नर हाथी अकेला घूम रहा है और इसके दांत नहीं हैं, ऐसे हाथियों को ‘मखाना’ कहा जाता है। अक्सर झुंड से अलग हुए या अकेले घूमने वाले नर हाथी ज्यादा आक्रामक और अप्रत्याशित होते हैं।शराब की गंध से भड़का ‘मखाना
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अकेला और आक्रामक: मादा हाथी और बच्चे हमेशा झुंड में चलते हैं, लेकिन यह नर हाथी जब से धमतरी के जंगल में घुसा है, अकेला ही विचरण कर रहा है।
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तेज रफ्तार: यह हाथी रात में सफर करता है और एक घंटे में 35 से 40 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है, जिससे उसे ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है।
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फसल को नुकसान: युवक की जान लेने के अलावा, इस हाथी ने लीलर के जंगल में किसानों के धान के खेतों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है।
इन गांवों में मंडरा रहा है मौत का साया, हाई अलर्ट जारी
एक व्यक्ति की मौत के बाद वन विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। हाथी वर्तमान में केरेगांव वन परिक्षेत्र में घूम रहा है। विभाग ने आसपास के 15 से अधिक गांवों में मुनादी कराकर लोगों को जंगल की ओर न जाने की सख्त चेतावनी दी है। जिन गांवों में हाई अलर्ट है, वे हैं:
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लीलर
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अरौद
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सिरौद
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कांटाकुर्रीडीह
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मोहलई
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पथर्रीडीह
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सियादेही
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बरारी
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लहसुनवाही
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रामपुर
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फुटहामुड़ा
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भोयना
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शकरवारा
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मुड़पार
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कोटाभर्री
वन विभाग की हाथी निगरानी टीम लगातार ‘मखाना’ की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और ग्रामीणों से अपील कर रही है कि वे सतर्क रहें और किसी भी कीमत पर जंगल के पास न जाएं।शराब की गंध से भड़का ‘मखाना









