बंजर जमीन को उपजाऊ बना देना यह पौधा, जमीन उगलने लगेगी सोना, सरकार देने वाली है ट्रेनिंग
कोशी क्षेत्र में बंजर जमीन पर औषधीय पौधों की खेती: किसानों के लिए एक नई उम्मीद
बंजर जमीन पर भी औषधीय पौधों की खेती की जा सकती है। चूंकि यह कोशी का इलाका है और यहां हर साल बाढ़ आती है, इसलिए किसान बर्बाद हो जाते हैं। बड़ा इलाका बंजर हो चुका है। ऐसे में किसान ऐसी जमीन का सही इस्तेमाल कर सकते हैं।
बंजर जमीन पर खेती की संभावना
आपकी जमीन बंजर है या बाढ़ में बर्बाद हो गयी है, तो कोई चिंता की बात नहीं। ऐसी जमीन पर भी औषधीय पौधे लगाए जा सकते हैं। इसमें कृषि विभाग मदद करेगा। कृषि वैज्ञानिक खेती के तरीके भी बताएंगे और ट्रेनिंग भी देंगे।
कोशी क्षेत्र के किसानों के लिए राहत
कोशी की बाढ़ के कारण जिन किसानों की जमीन बर्बाद हो गयी है, उनके लिए यह खबर काम की है। बंजर जमीन या बाढ़ ग्रस्त इलाकों में भी औषधीय पौधे उगाकर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं। इसके लिए विभाग भी आपको पूरी जानकारी और ट्रेनिंग देगा।
मुकुल कुमार का सुझाव
भारती कृषि महाविद्यालय के कनीय वैज्ञानिक मुकुल कुमार बताते हैं कि बंजर जमीन पर भी औषधीय पौधों की खेती की जा सकती है। चूंकि यह कोशी का इलाका है और यहां हर साल बाढ़ आती है, इसलिए किसान बर्बाद हो जाते हैं। बड़ा इलाका बंजर हो चुका है। ऐसे में किसान ऐसी जमीन का सही इस्तेमाल कर सकते हैं।
औषधीय पौधों की खेती के फायदे
मुकुल कुमार सलाह देते हैं कि किसान बंजर जमीन पर तुलसी, खस, अश्वगंधा, सफेद मूसली, जीरोनियम, मूंगफली, सुदर्शन और शतावर की खेती कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को जानकारी और प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। अगर किसान बंजर जमीन पर इस तरह के पौधे लगाते हैं, तो उन्हें अच्छा लाभ हो सकता है। खासकर खस की खेती किसानों को बंपर कमाई करवा सकती है। खस की खेती जिले में काफी कम संख्या में किसान करते हैं। इसके तेल की डिमांड काफी होती है और उसकी कीमत भी अधिक होती है।
नया अवसर
मुकुल कुमार ने बताया कि अधिकांश किसान इस क्षेत्र में धान और मक्का की खेती करते हैं। लेकिन बाढ़ के कारण जमीन बंजर होने की वजह से वे बर्बाद हो गए हैं। इसलिए बंजर जमीन हो या बाढ़ ग्रस्त इलाका, ऐसी जमीन पर औषधीय पौधे लगाकर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं।